
कोयला घोटाले की आँच अब सीधे-सीधे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह तक पहुँच गयी है।
इस मामले की सुनवाई कर रही एक विशेष अदालत ने डॉ. सिंह के साथ-साथ आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और हिंडाल्को के दो वरिष्ठ अधिकारियों को भी अभियुक्त के तौर पर सम्मन भेजा है। इनके अलावा पूर्व कोयला सचिव पी. सी. परख को भी सम्मन भेजा गया है। इन सभी को 8 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा गया है।
विशेष अदालत ने इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह और पूर्व कोयला सचिव परख के साथ कुमार मंगलम बिड़ला की मुलाकात के संदर्भ में सीबीआई को आदेश दिया था कि वह इसमें आगे जाँच करे और पूर्व प्रधानमंत्री से पूछताछ करे। दरअसल यह मामला 25वीं स्क्रीनिंग कमिटी के उस फैसले से जुड़ा है, जिसने हिंडाल्को को तालबीरा 2 ब्लॉक का आवंटन करने की अनुमति नहीं दी थी, मगर बिड़ला और परख की मुलाकात के बाद इस फैसले को पलट दिया गया था।
इस मामले में एक समय सीबीआई ने अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करते हुए जाँच बंद करने का भी अनुरोध किया था, मगर उस समय अदालत ने सीबीआई की दलीलों को ठुकराते हुए उसे आगे जाँच करने का आदेश दिया था। (शेयर मंथन, 11 मार्च 2015)