
अगस्त महीने में थोक महँगाई दर (WPI) रिकॉर्ड निचले स्तर पर आने के बाद खुदरा महँगाई दर (Consumer Price Index) में भी नरमी आयी है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) की ओर से जारी आँकड़ों के मुताबिक अगस्त 2015 में खुदरा महँगाई दर (CPI) 3.66% रही। जुलाई महीने में खुदरा महँगाई दर 3.69% थी। वहीं साल भर पहले अगस्त 2014 में खुदरा महँगाई दर 7.03% थी। खुदरा खाद्य महँगाई दर जुलाई 2015 के 2.15% की तुलना में अगस्त 2015 के दौरान 2.20% रही। अगस्त 2014 में यह 8.7% के उच्च स्तर पर थी।
गौरतलब है कि आज सोमवार को ही इससे पहले आये आँकड़ों के मुताबिक थोक महँगाई दर शून्य से नीचे -4.95% रही। यह लगातार दसवाँ महीना है, जब थोक महँगाई दर में ऋणात्मक यानी शून्य से नीचे रही है और वास्तव में थोक भाव घटे हैं। महँगाई दर के इन आँकड़ों से बाजार में यह उम्मीद बढ़ेगी कि आने वाले दिनों में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो दर और रिवर्स रेपो दर में कमी करेगा। आरबीआई की अगली नीतिगत समीक्षा बैठक 29 सितंबर को होने वाली है। इस समय रेपो दर (वह दर जिस पर आरबीआई बैंकों को अल्पावधि ऋण उपलब्ध कराता है) 7.25% है। आरबीआई ने अगस्त के आरंभ में अपनी पिछली समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। (शेयर मंथन, 14 सितंबर 2015)