
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) की दो दिनों की बैठक पूरी हो गयी है, जिस पर दुनिया भर के बाजारों की नजरें टिकी हुई थीं।
फिलहाल इसने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है और ब्याज दरों को लगभग शून्य के मौजूदा स्तर पर बनाये रखा है। फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (FOMC) की दो दिनों की बैठक के बाद नीति-निर्माताओं ने ब्याज दरों को 0-0.25% के रिकॉर्ड निचले स्तरों पर बनाये रखने के पक्ष में मतदान किया। हालाँकि साथ में फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि आगे जल्दी ही दरों में बढ़ोतरी हो सकती है। एफओएमसी ने दिसंबर में होने वाली अगली बैठक में ब्याज दरों में वृद्धि की संभावना का जिक्र करते हुए कहा है, "अगली बैठक में वृद्धि करना उचित होगा या नहीं, यह तय करते समय समिति अधिकतम रोजगार और 2% महँगाई दर के अपने उद्देश्यों को लेकर हुई प्रगति का आकलन वास्तविक और अनुमानित दोनों आधारों पर करेगी।"
साथ ही विश्व अर्थव्यवस्था अस्थिर और नाजुक होने के बारे में इसने पिछली बैठक के बाद जारी बयान में जो चेतावनी दी थी, वैसी चेतावनी इस बार के बयान में नहीं है। इस आधार पर विश्लेषक अनुमान लगा रहे हैं कि फेडरल रिजर्व आने वाले समय में दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। गौरतलब है कि पिछले सात वर्षों से फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें लगभग शून्य के इन रिकॉर्ड निचले स्तरों पर हैं। वैश्विक वित्तीय संकट शुरू होने के बाद फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें बिल्कुल घटा दी थीं। (शेयर मंथन, 29 अक्टूबर 2015)