
अमेरिका में वास्तविक जीडीपी वृद्धि वर्ष 2015 की दूसरी तिमाही के 3.9% के मुकाबले तीसरी तिमाही में 2.1% रही है। गैर-कृषि रोजगार में भी नवंबर, 2015 में 2,11,000 नये रोजगारों की वृद्धि हुई।
अक्टूबर में 2,98,000 नये रोजगार उत्पन्न हुए थे। बेरोजगारी दर साढ़े सात साल के निम्न स्तर 5% तक घट गयी है। प्रभुदास लीलाधर सिक्योरिटीज को लगता है कि रोजगार में मजबूत वृद्धि होने और बेरोजगारी दर घटने से दिसंबर, 2015 के मध्य में होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दर वृद्धि के लिए परिस्थितियाँ माकूल हैं।
निम्न कमोडिटी कीमतों से हालाँकि यूरोप लाभान्वित हुआ है लेकिन यूरोजोन की वृद्धि में उत्साहहीनता जारी है। वर्ष 2015 की दूसरी तिमाही की 0.4% की वृद्धि दर के मुकाबले तीसरी तिमाही में 0.3% की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि दर चुनौती बनी हुई है। कमजोर तेल कीमत, कमजोर यूरो, आसान मौद्रिक नीतियों और दूरदर्शी राजकोषीय नीति से मिलने वाला लाभ पूरे यूरोप में कमजोर निवेश माँग से नगण्य हो जा रहा है।
चीन की अर्थव्यवस्था में वर्ष 2015 की तीसरी तिमाही में 6.9% की वृद्धि हुई जो दूसरी तिमाही से कम लेकिन बाजार अनुमानों से थोड़ा ज्यादा है। यह वर्ष 2009 की पहली तिमाही से अब तक की न्यूनतम वृद्धि है। सुस्त औद्योगिक उत्पादन, रियल सेक्टर में मंद निवेश और निर्यात में कमी इस निम्न वृद्धि की प्रमुख वजह है।
निफ्टी पिछले कुछ समय से संशोधन के रुख पर है। 8,996 के उच्च स्तर को छूने के बाद सूचकाँक एक दायरे के भीतर सीमित रहा, खास कर तब जब उभरते बाजार दबाव में आ गये। अमेरिकी ब्याज दरों में वृद्धि के अनुमान से उभरते बाजारों से निवेश निकलना यह संकेत करता है कि ब्याज दरों में वृद्धि का असर पहले ही पड़ चुका है, इसलिए प्रभुदास लीलाधर सिक्योरिटीज का मानना है कि बाजार निकट भविष्य में 7,500 से 8,200 के दायरे में घटना-बढ़ता रहेगा। (शेयर मंथन, 10 दिसंबर, 2015)