शेयर मंथन में खोजें

आनंद राठी फाइनेंशियल ने खरीदा रेलिगेयर वेल्थ

रेलिगेयर के संपदा प्रबंधन (वेल्थ मैनेजमेंट) व्यवसाय को आनंद राठी फाइनेंशियल सर्विसेज (Anand Rathi Financial Services) ने खरीद लिया है।

आनंद राठी फाइनेंशियल के वाइस चेयरमैन प्रदीप गुप्ता (Pradeep Gupta) ने शेयर मंथन से बातचीत में बताया कि हम रेलिगेयर वेल्थ (Religare Wealth) के सारे कर्मचारियों समेत इसके लगभग 3500-4000 करोड़ रुपये के एयूएम (प्रबंधन अधीन संपदा) का अधिग्रहण कर रहे हैं। आनंद राठी के अपने संपदा प्रबंधन व्यवसाय, आनंद राठी वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज (Anand Rathi Wealth Management Services) का मौजूदा एयूएम लगभग 10,000 करोड़ रुपये का है। यह इस समूह की मुख्य कंपनी आनंद राठी फाइनेंशियल सर्विसेज की सहायक कंपनी है।
प्रदीप गुप्ता का कहना है कि उत्तरी भारत में जहाँ रेलिगेयर वेल्थ की मजबूत उपस्थिति रही है, उसका लाभ हमें मिलेगा। उनके अनुसार रेलिगेयर वेल्थ की उपस्थिति वाले अधिकांश भौगोलिक क्षेत्रों में खुद आनंद राठी वेल्थ भी सक्रिय रही है, लेकिन जिन खास स्थानों पर रेलिगेयर वेल्थ मजबूत रही है, उसका फायदा अब आनंद राठी समूह को मिलेगा। लिहाजा गुप्ता उम्मीद जताते हैं कि उत्तरी भारत में वे अपनी पैठ पहले से मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा, "उत्तरी भारत में दिल्ली में हमारा कारोबार है, पर हमारे ज्यादा आरएम नहीं थे और उतनी पैठ नहीं थी। वहाँ अब हम ज्यादा मजबूत हो जायेंगे।"
गुप्ता बताते हैं कि रेलिगेयर वेल्थ के इस अधिग्रहण के पीछे ग्राहकों का आधार, एयूएम और कर्मचारी मुख्य आकर्षण थे। इस अधिग्रहण से आनंद राठी को 60-70 आरएम की एक टीम मिल रही है। आनंद राठी वेल्थ के मौजूदा आरएम की संख्या अभी 110 से कुछ अधिक है। गुप्ता कहते हैं कि वे रेलिगेयर से आने वाले सभी आरएम को बनाये रखेंगे, भले ही कुछ जगहों पर उनके अपने आरएम मौजूद हों। वे कहते हैं, "यह एयूएम के साथ-साथ संबंधों को सँभालने का व्यवसाय है। हर आरएम का अपना एक ग्राहक आधार होता है। जब एयूएम और ग्राहक हमारे पास आ रहा है तो उससे संबंध रखने वाले आरएम को भी हम साथ रखेंगे। यह हमारे लिए भी अच्छा है।"
(शेयर मंथन, 17 फरवरी 2017)

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"