बुधवार को वित्त मंत्रालय से जुड़े रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अधिकारी अजय त्यागी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नये प्रमुख के रूप में पदभार संभाल लिया।
वर्तमान स्थिति में उनकी 2 प्राथमिकताएँ होगी - देश के कमोडिटी और कॉर्पोरेट बॉन्ड बाजार का विकास और कॉर्पोरेट गवर्नेंस को प्रोत्साहित करना। त्यागी ने यह जिम्मेदारी यूके सिन्हा से ली है, जिनका कार्यकाल 6 साल का रहा। अगले महीने 65 साल के हो रहे सिन्हा के बारे में जानकारों का मानना है कि उन्हें गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पूँजी बाजार में कई सुधारों के लिए याद रखा जायेगा। कड़े रुख को लेकर उनकी कई बार आलोचना की गयी मगर उन्होंने हमेशा चुप्पी साधे रखी।
वहीं दूसरी ओर त्यागी के पास भी सिन्हा द्वारा किये गये सुधारों को और आगे ले जाने और कुछ लंबित जाँचों को नतीजे तक पहुँचाने की चुनौती का सामना करना होगा। अजय त्यागी हिमाचल कैडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे ऐसे वक्त में सेबी की कमान संभाल रहे हैं, जब बाजार नियामक एलगो कारोबार के दुरुपयोग को रोकने के लिए व्यवस्था को और मजबूत बनाने और साथ ही सोशल मीडिया के संदर्भ में भी मजबूत नियम बनाने की दिशा में काम कर रही है। इससे पहले त्यागी ने वित्त मंत्रालय में पूँजी बाजार की जिम्मेदारी संभाली है। सेबी प्रमुख बनने पर उन्होंने इसे बड़ी जिम्मेदारी बताया और कहा कि वे इसे लेकर उत्सुक हैं। (शेयर मंथन, 01 मार्च 2017)