
खबरों के अनुसार जुलाई से रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर (एसी), वाशिंग मशीन और टीवी जैसे उपभोक्ता उपकरणों की कीमतों में 10-15% की वृद्धि हो सकती है।
खबर है कि सैमसंग, आईएफबी, सोनी और गोदरेज जैसी कंपनियाँ बढ़ती उत्पादन लागत और उच्च कर दर को खुद वहन करने के बजाय इनका भार उपभोक्ताओं पर डाल सकती हैं। दरअसल उपभोक्ता उपकरणों को 28% कर वाली श्रेणी में से हटाने के लिए जीएसटी परिषद से कई बार गुहार लगाने के बाद भी इन वस्तुओं पर कर में कोई बदलाव नहीं किया गया।
गौरतलब है कि मार्च, अप्रैल और मई में एसी और रेफ्रिजरेटर की माँग में आम तौर पर वृद्धि दर्ज की जाती है। मगर इस साल इनकी वृद्धि एकल अंक में रही है, जिसके कारण कंपनियाँ कीमतों में बढ़ोतरी की ओर अग्रसर हैं। पिछले साल जीएसटी में अधिक कर के पूर्मानुमान से पहले मई--जून में इस क्षेत्र में 30% की वृद्धि हुई थी। खबरों के मुताबिक जीएसटी लागू होने के बाद से यह वृद्धि केवल 4-7% रह गयी है। (शेयर मंथन, 07 मई 2018)