फिक्की ने कहा है कि नवंबर के औद्योगिक आँकड़े इस बात का विश्वास जगाते हैं कि अर्थव्यवस्था में दिख रहे धीमेपन को काबू में किया जा सकता है। फिक्की ने छोटे और मँझोले उद्यमों के लिए विशेष सहायता दिये जाने की माँग करते हुए कहा है कि उचित दरों पर कर्ज की अनुपलब्धता की वजह से इस क्षेत्र पर बुरा असर पड़ा है। फिक्की महासचिव डॉक्टर अमित मित्रा ने कहा है कि सरकार द्वारा दी गयी राहत योजनाओं का अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ रहा है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की माँग की है कि राहत योजना के प्रावधानों को प्रभावी तरीके से लागू किया जाये।
उन्होंने कहा है कि बैंकों को चाहिए कि वे ब्याज दरों में कमी करें, ताकि अर्थव्यवस्था में धन का प्रवाह बढ़ सके। डॉक्टर मित्रा ने यह माँग भी की है कि चीन द्वारा भारतीय बाजारों में सस्ते दामों पर सामान भेजने के मसले पर ध्यान दे, क्योंकि घरेलू उत्पादकों पर इसका बुरा असर पड़ रहा है।