
प्राइवेट इक्विटी कंपनियों ने बीते साल के दौरान कुल 399 सौदों में 10.79 अरब डॉलर का निवेश किया है, जबकि साल 2007 में 439 सौदों में कुल 14 अरब डॉलर का निवेश किया गया था। इस रकम में वेंचर कैपिटल (वीसी) निवेश भी शामिल है, लेकिन रियल एस्टेट में प्राइवेट इक्विटी निवेश को इसमें नहीं जोड़ा गया है। रिसर्च कंपनी वेंचर इंटेलिजेंस ने अपनी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इस तरह 2008 के दौरान प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल सौदों की संख्या में 9.1% और उनके निवेश की कुल रकम में 29.75% की कमी आयी है।
वेंचर इंटेलिजेंस के सीईओ अरुण नटराजन का कहना है कि साल 2002 के बाद पहली बार 2008 में प्राइवेट इक्विटी निवेश में कमी आयी है। बीते साल के दौरान आदित्य बिरला टेलीकॉम में प्रोविडेंस इक्विटी पार्टनर्स का 64 करोड़ डॉलर का निवेश सबसे बड़ा प्राइवेट इक्विटी निवेश रहा। इस सौदे में प्रोविडेंस को आदित्य बिरला टेलीकॉम में 20% हिस्सेदारी मिली, जो आइडिया सेलुलर की एक सहायक कंपनी है।
बीते साल भी आईटी और आईटीईएस क्षेत्र प्राइवेट निवेशकों का पसंदीदा क्षेत्र बना रहा। इस क्षेत्र में कुल 107 सौदे हुए। हालाँकि निवेश की रकम के लिहाज से ऊर्जा क्षेत्र सबसे आगे रहा। ऊर्जा क्षेत्र में कुल 1.7 अरब डॉलर और आईटी-आईटीईएस क्षेत्र में 1.6 अरब डॉलर का निवेश हुआ। प्राइवेट इक्विटी निवेशकों का ज्यादा झुकाव परिपक्व कारोबारों में निवेश की ओर बना रहा। कुल निवेश में ऐसे कारोबारों की हिस्सेदारी संख्या के लिहाज से 38% और रकम के लिहाज से 51% रही।
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