प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में एक कार्यक्रम में इसके संकेत दिए कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के उच्च कर श्रेणी का आकार और कम होगा तथा 28 फीसदी के दायरे में केवल 13 वस्तुएं ही शामिल होंगी, जिनमें लक्जरी या अहितकर उत्पाद होंगे।
पीएम मोदी का यह बयान शनिवार को होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक से कुछ दिन पहले आया है। मोदी ने कहा, 'केवल आधा से एक फीसदी लक्जरी सामान जैसे कि विमान, सिगरेट, शराब और एसयूवी पर 28 फीसदी की दर से कर लगेगा, जबकि आम लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य वस्तुओं और सेवाओं पर 18 फीसदी या उससे कम दर से कर लगेगा।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'एक प्रणाली के तौर पर जीएसटी में स्थिरता आ चुकी है और इसी का नतीजा है कि हम 99 फीसदी चीजों को 18 फीसदी तक के कर दायरे में लाने की स्थिति में पहुंचे हैं।'
उन्होंने कहा कि पंजीकृत उद्यमों की संख्या जीएसटी से पहले के 66 लाख से बढ़कर आज 1.2 करोड़ हो गई है, जो दर में कटौती को तार्किक ठहराता है। नवंबर 2017 में हुई जीएसटी परिषद की बैठक में उच्च स्लैब की वस्तुओं पर कर की दर में कटौती की गई थी। इसके आठ माह बाद जुलाई 2018 में 28 फीसदी कर दायरे के उत्पादों में काफी कटौती की थी। (शेयर मंथन, 19 दिसंबर 2018)