
बेरोजगारी की दर से संबंधित खराब रिपोर्ट आने के बावजूद शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में मजबूती का रुख रहा और डॉव जोंस में 217 अंकों की बढ़त दर्ज की गयी। आज सोमवार की सुबह एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख दिख रहा है। अमेरिकी श्रम विभाग की ताजा रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2009 के जनवरी महीने में तकरीबन 6 लाख लोगों को अपनी नौकरियाँ गँवानी पड़ीं।
अमेरिका में पिछले 35 सालों में एक महीने के दौरान की गयी यह सबसे बड़ी छँटनी है, जिसकी वजह से अमेरिका में बेरोजगारी की दर बढ़ कर 7.6% हो गयी। लेकिन सरकार की नयी राहत योजना की उम्मीद लगाये बैठे अमेरिकी निवेशकों ने इस निराशाजनक खबर को दरकिनार कर दिया। खस्ताहाल अमेरिकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लायी जा रही 937 अरब डॉलर योजना को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) ने पहले ही पारित कर दिया है। ताजा खबरों के मुताबिक सीनेट में इसकी थोड़ी काँट-छाँट के बाद 827 अरब डॉलर की योजना पर सहमति बनने जा रही है। दूसरी ओर निवेशक वित्तीय संस्थाओं को राहत देने वाली योजना की ओर भी उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। इस बीच नाइमेक्स में कच्चे तेल की कीमत 1.00 डॉलर गिर कर 40.17 डॉलर प्रति बैरल पर रही।
आज सोमवार की सुबह एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख दिख रहा है। शंघाई कंपोजिट और ताइवान वेटेड में 1-1.5% की मजबूती है। हालाँकि निक्केई और हैंग सेंग भी हरे निशान में हैं, लेकिन इनकी बढ़त 1% से कम है। स्ट्रेट्स टाइम्स, कॉस्पी और जकार्ता कंपोजिट में 1% से कम गिरावट है। सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में निफ्टी वायदा शुक्रवार को एनएसई में निफ्टी के बंद स्तर से लगभग बराबर 2845-50 के आसपास चल रहा है।