सुधीर जानना चाहते हैं कि उन्हें डीसीबी बैंक के शेयर में आगे क्या करना चाहिए? आइए, बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार से जानते हैं कि शेयरों में आगे क्या होने की संभावना है?
बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार इस सवाल के जवाब में कहते हैं कि भारतीय बैंकिंग सेक्टर में हाल के दिनों में जो हलचल देखी जा रही है, उसने निवेशकों का ध्यान फिर से छोटे प्राइवेट बैंकों और चुनिंदा पीएसयू बैंकों की ओर खींचा है। बैंकिंग सेक्टर में निवेश करते समय हमेशा दो भागों में सोचना चाहिए। कोर पोर्टफोलियो और सेटेलाइट पोर्टफोलियो। कोर पोर्टफोलियो वह होता है जिसमें मजबूत, साफ-सुथरे बैलेंस शीट वाले और लंबे समय तक स्थिर प्रदर्शन करने वाले बैंक शामिल किए जाते हैं, जैसे कि एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, या भारतीय स्टेट बैंक। वहीं, सेटेलाइट पोर्टफोलियो वह हिस्सा होता है जिसमें निवेशक कुछ सीमित और परिभाषित जोखिम के साथ छोटे या मिड-कैप बैंकों में निवेश कर सकते हैं ताकि अतिरिक्त रिटर्न की संभावना बनाई जा सके। विदेशी निवेशकों की डील्स को देखकर जल्दबाजी में फैसला नहीं लेना चाहिए। उनके लिए यह “ड्रॉप इन द ओशन” है, लेकिन खुदरा निवेशक के लिए यह बड़ा रिस्क बन सकता है। इसलिए, छोटे बैंकों में निवेश केवल तब करें जब आप अपने जोखिम को स्पष्ट रूप से समझते हों क्योंकि बैंकिंग में “रनिंग ट्रेन में सवार होना” कभी आसान नहीं होता।
(शेयर मंथन, 29 अक्टूबर 2025)
(आप किसी भी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)