डीएसपी म्यूचुअल फंड ने आज अपने पैसिव इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म को और मजबूत करते हुए दो नए फंड लॉन्च करने की घोषणा की है।
डीएसपी निफ्टी 500 इंडेक्स फंड और DSP निफ्टी नेक्स्ट 50 ईटीएफ। इन दोनों फंड्स का उद्देश्य निवेशकों को भारत के इक्विटी बाजार में विविध, पारदर्शी और कम लागत वाला निवेश अवसर उपलब्ध कराना है। यह लॉन्च डीएसपी म्यूचुअल फंड की उस रणनीति को दर्शाता है, जिसके तहत वह पैसिव इन्वेस्टमेंट को एक्टिव स्ट्रैटेजीज के पूरक के रूप में पेश कर रहा है।
डीएसपी निफ्टी 500 इंडेक्स फंड और डीएसपी निफ्टी नेक्स्ट 50 ईटीएफ पेश
डीएसपी निफ्टी 500 इंडेक्स फंड एक ओपन-एंडेड इंडेक्स फंड है, जो निफ्टी 500 इंडेक्स को ट्रैक करेगा। यह इंडेक्स भारत की टॉप 500 लिस्टेड कंपनियों को कवर करता है, जिसमें लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप तीनों सेगमेंट शामिल हैं। ये कंपनियां मिलकर देश के कुल लिस्टेड मार्केट कैपिटलाइजेशन के 90% से ज्यादा हिस्से का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिससे यह इंडेक्स भारतीय इक्विटी बाजार की सबसे व्यापक तस्वीर पेश करता है।
निफ्टी 500 इंडेक्स की खास बात यह है कि इसमें मार्केट के बदलते हालात के अनुसार लार्ज, मिड और स्मॉल कैप का वेटेज अपने आप एडजस्ट होता रहता है। इससे निवेशकों को बार-बार पोर्टफोलियो में बदलाव करने या टैक्टिकल एलोकेशन के फैसले लेने की जरूरत नहीं पड़ती। यह फंड निवेशकों को अलग-अलग आर्थिक और बाजार चक्रों में निवेशित रहने का अवसर देता है।
भारत के इक्विटी बाजार में कम लागत वाला एक्सपोजर
इसके अलावा, निफ्टी 500 इंडेक्स का एक्टिव फंड्स, खासकर फ्लेक्सी-कैप स्ट्रैटेजीज के साथ ओवरलैप अपेक्षाकृत कम रहता है। इससे निवेशकों को फंड मैनेजर स्टाइल बायस और स्टॉक सिलेक्शन रिस्क से मुक्त एक वैकल्पिक इक्विटी एक्सपोजर मिलता है। लंबी अवधि में इस तरह का ब्रॉड-बेस्ड एक्सपोज़र मार्केट रिटर्न कैप्चर करने में मदद कर सकता है, खासकर ऐसे समय में जब लगातार अल्फा जनरेट करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
वहीं डीएसपी निफ्टी नेक्स्ट 50 ईटीएफ एक ओपन-एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है, जो निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स को ट्रैक करेगा। इस इंडेक्स में निफ्टी 100 यूनिवर्स की 51 से 100वें नंबर की कंपनियां शामिल होती हैं। ऐतिहासिक रूप से यह सेगमेंट स्थापित लार्ज-कैप और उभरती हुई लीडर कंपनियों के बीच एक ब्रिज की तरह काम करता रहा है। इसमें लंबी अवधि में बेहतर ग्रोथ की संभावना होती है, हालांकि इसकी वोलैटिलिटी अपेक्षाकृत ज्यादा हो सकती है।
दोनों ही स्कीमें अपने-अपने इंडेक्स को ट्रैक करने का प्रयास करेंगी, जिसमें ट्रैकिंग एरर का ध्यान रखा जाएगा। डीएसपी का डेडिकेटेड पैसिव इन्वेस्टमेंट डेस्क इंडेक्स रिप्लिकेशन, रीबैलेंसिंग और एग्जीक्यूशन में ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिसेज को फॉलो करेगा।
डीएसपी निफ्टी 500 इंडेक्स फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त माना जा सकता है, जो लंबी अवधि में विभिन्न मार्केट कैप सेगमेंट्स में डाइवर्सिफाइड एक्सपोज़र के जरिए कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं। वहीं डीएसपी निफ्टी नेक्स्ट 50 ETF उन निवेशकों के लिए है, जिनका निवेश क्षितिज लंबा है, जो बीच-बीच की उतार-चढ़ाव को सहन कर सकते हैं और अपने कोर इक्विटी पोर्टफोलियो को और मजबूत बनाना चाहते हैं।
लंबी अवधि के निवेशकों के लिए डिजाइन किए गए फंड
इन दोनों स्कीम्स का न्यू फंड ऑफर (NFO) 19 दिसंबर 2025 को खुलेगा और 30 दिसंबर 2025 को बंद होगा। DSP म्यूचुअल फंड के हेड - पैसिव इन्वेस्टमेंट्स एंड प्रोडक्ट्स, अनिल घेलानी (CFA) के अनुसार, पैसिव इन्वेस्टिंग तब सबसे प्रभावी होती है जब इंडेक्स को पोर्टफोलियो में उनकी भूमिका के आधार पर चुना जाए, न कि केवल हालिया परफॉर्मेंस के आधार पर। निफ्टी 500 भारत के इक्विटी बाजार का व्यापक और विकसित होता एक्सपोज़र देता है, जबकि निफ्टी नेक्स्ट 50 उन बड़ी कंपनियों तक पहुंच प्रदान करता है, जो अभी भी ग्रोथ के ट्रांजिशन फेज में हैं।
डीएसपी म्यूचुअल फंड का 25 साल से ज्यादा का निवेश अनुभव है और यह 60 लाख से अधिक निवेशकों का भरोसा संभाल रहा है। DSP ग्रुप की 160 साल से ज्यादा पुरानी विरासत और पैसिव फंड्स के लिए अलग से बनाई गई समर्पित टीम इस बात को दर्शाती है कि कंपनी निवेशकों को कम लागत, पारदर्शी और भरोसेमंद निवेश विकल्प उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
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