अमेरिकी फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) ने अपनी एफओएमसी (FOMC) बैठक में 25 आधार अंक या बेसिस पॉइंट (bps) की दर कटौती करते हुए फेड फंड रेट को 3.50–3.75% के दायरे में ला दिया। वोटिंग 9–3 रही, जिसमें गवर्नर मिरान ने 50 आधार अंक की बड़ी कटौती का समर्थन किया, जबकि गूल्सबी और श्मिड ने किसी भी बदलाव का विरोध किया।
कोटक म्यूचुअल फंड के सीआईओ–डेट दीपक अग्रवाल के अनुसार, दरों में यह कटौती तो अनुमानित थी, लेकिन फेड ने क्वांटिटेटिव ईजिंग (QE) को नये रूप में दोबारा शुरू करने का संकेत देकर बाजारों को चौंका दिया।
फेड 12 दिसंबर से हर महीने लगभग 40 अरब डॉलर के ट्रेजरी बिल्स खरीदेगा, जिसे कुछ महीनों तक तेज रफ्तार से जारी रखा जायेगा। इसके साथ ही फेड 1 दिसंबर से बैलेंस शीट घटाने की प्रक्रिया (QT) तुरंत समाप्त कर देगा और ओवरनाइट रेपो ऑपरेशन पर सभी सीमाएँ (कैप) हटा देगा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि आगे के लिए फेड के दर संबंधी मार्गदर्शन (फॉरवर्ड गाइडेंस) और डॉट प्लॉट में कोई बदलाव नहीं किया गया। सितंबर की तरह ही 2026 और 2027 में सिर्फ 25 आधार अंक की एक-एक कटौती का अनुमान बरकरार रखा गया है, और टर्मिनल रेट 3.0–3.1% पर कायम है। इससे साफ है कि मौजूदा कटौती के बाद फेड लंबे विराम की ओर बढ़ सकता है।
अग्रवाल ने कहा कि चूँकि दरों और गाइडेंस में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ, इसलिए बॉन्ड यील्ड में ज्यादा हलचल नहीं देखी गयी। 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड हल्की गिरावट के साथ 4.16% पर आ गयी।
उन्होंने बताया कि मात्रात्मक सख्ती या क्वांटिटेटिव टाइटनिंग (QT) को तुरंत रोकने और नयी मात्रात्मक ढील (क्यूई) जैसे कार्यक्रम का संकेत देना बॉन्ड बाजारों के लिए मजबूत सकारात्मक संकेत है। गवर्नर मिरान की बड़ी कटौती की माँग, क्यूटी का अंत और तरलता बढ़ाने की दिशा में उठाये गये कदम — ये सभी फिक्स्ड इनकम बाजारों के लिए अनुकूल हैं।
अग्रवाल के अनुसार, इस हल्के नरम (डोविश) रुख का प्रभाव भारतीय बॉन्ड बाजारों पर भी पड़ेगा और भारतीय सरकारी बॉन्डों की यील्ड में नरमी देखने को मिल सकती है। (शेयर मंथन, 11 दिसंबर 2025)
(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)