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मारुति सुजुकी ने हरियाणा स्थित मानेसर प्लांट में 20 मेगा वाट क्षमता का सोलर पावर लगाया है। इस कदम से सालाना 28,000 MW पावर का उत्पादन होगा।
मारुति सुजुकी ने हरियाणा स्थित मानेसर प्लांट में 20 मेगा वाट क्षमता का सोलर पावर लगाया है। इस कदम से सालाना 28,000 MW पावर का उत्पादन होगा। इतनी उर्जा से सालाना 67000 कारों का उत्पादन किया जा सकता है। मारुति सुजुकी इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी Hisashi Takeuchi ने कहा कि मौजूदा समय में रिन्युएबल एनर्जी का उत्पादन समय की मांग है। कंपनी सरकार के रिन्युएबल एनर्जी के मामले में मजबूत होने के विजन को लेकर प्रतिबद्ध हैं। कंपनी का फोकस लगातार कार्बन उत्सर्जन में कमी लाना है। इस इकाई के लगने से सालाना 20,000 टन कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा। कंपनी लगातार अपने ऑपरेशंस में सस्टेनेबल एनर्जी के अलग-अलग विकल्पों के इस्तेमाल पर फोकस कर रही है। इस प्लांट से पैदा होने वाली ऊर्जा मानेसर प्लांट के लिए जरूरी कुल ऊर्जा का 11.5 फीसदी है। कंपनी 2014 से ही सोलर एनर्जी का उत्पादन कर रही है जब पहला सोलर पावर प्लांट 1 मेगा वाट पावर क्षमता का प्रोजेक्ट मानेसर इकाई में लगाया गया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 1.3 मेगा वाट किया गया था। इसके बाद कंपनी ने गुरुग्राम इकाई में 2020 में 5 मेगा वाटा पावर कारपोर्ट स्टाइल का फोटोवोल्टैक सोलर पावर इकाई लगाया था। इस नए प्रोजेक्ट के लगने से कंपनी की संयुक्त सोलर पावर उत्पादन क्षमता बढ़कर 26.3 मेगा वाट पावर की हो जाएगी। इस नए 20 मेगा वाट पावर कार पोर्ट स्टाइल सोलर पावर इकाई को इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि सबसे कम क्षेत्र में प्रति इकाई पावर का उत्पादन हो सके। इसके लिए इकाई में ईस्ट-वेस्ट सिद्धांत को अपनाया गया है जिसके तहत कम से कम जमीन का इस्तेमाल कर अधिक से अधिक बिजली उत्पादन किया जा सके। इस इकाई में 9000 तैयार गाड़ियों को पार्क करने की सुविधा है। सोलर कारपोर्ट एक ओवरहेड शेड होता है जिसे पार्किंग एरिया शेल्टर के तौर पर डिजाइन किया जाता है जिसके ऊपर सोलर पैनल को लगा होता है।
(शेयर मंथन 07 जून 2022)
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