हाजिर बाजारों के बेहतर स्थिरता से मिल सकती है जीरे को मदद - एसएमसी
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,550-6,600 रुपये के स्तर पर पहुँचने की क्षमता है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,550-6,600 रुपये के स्तर पर पहुँचने की क्षमता है।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजार में मजबूत फंडामेंट के कारण कॉटन वायदा (फरवरी) की कीमतों को 21,240 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है।
बर्डफ्लू के प्रकोप के कारण पोल्ट्री क्षेत्र की ओर से माँग में कमी और सीबोट में नरमी के सेंटीमेंट के कारण सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतों 4,400-4,500 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में तेजी देखी जा रही है और इस कमोडिटी में निचले स्तर पर खरीदारी का सुझाव है।
मिले-जुले फंडामेंटल के कारण सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतें 4,580-4,680 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है जबकि कीमतों की तेजी और गिरावट दोनों पर रोक लगी रह सकती है।