विप्रो कारोबार विस्तार की राह पर है। कंपनी ने पैकेज्ड फूड ऐंड स्पाइस सेगमेंट में प्रवेश करने का ऐलान किया है। कंपनी ने Nirapara यानी नीरापारा के अधिग्रहण का ऐलान किया है।
आपको बता दें कि यह केरल में पारंपरिक फूड ब्रांड्स की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। कंपनी ने सौदे की रकम का ऐलान नहीं किया है। विप्रो ग्रुप की सब्सिडियरी ने नीरापारा के साथ तय शर्तों सहित समझौता किया है। इस अधिग्रहण के साथ विप्रो कंज्यूमर केयर में एफएमसीजी (FMCG) की दूसरी कंपनियों जैसे डाबर,इमामी, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड और आईटीसी (ITC) के साथ शामिल हो गई है। यह सभी कंपनियां पहले से ही स्पाइस मार्केट यानी मसाले के कारोबार में हैं। नीरापारा की शुरुआत 1976 में हुई थी। कंपनी ब्लेंडेड मसालों के लिए प्रसिद्ध है। कंपनी बड़े स्तर पर मसालों के मिश्रण तैयार करती है जिसमें राइस पाउडर जिसका इस्तेमाल अप्पम और इदियाप्पम इत्यादि बनाने में किया जाता है।
विप्रो कंज्यूमर केयर ऐंड लाइटिंग के कार्यकारी निदेशक विनित अग्रवाल ने कहा कि नीरापारा कंपनी का 13वां अधिग्रहण है। यह अधिग्रहण कंपनी के मसाले सहित रेडी टू कुक सेगमेंट में बढ़ती मौजूदगी को दर्शाता है।मौजूदा समय में नीरापार का कारोबार 63 फीसदी केरल से है जबकि 8 फीसदी शेष भारत से आता है। वहीं बाकी का 29 फीसदी कारोबार अंतरराष्ट्रीय बाजार से होता है।इसमें गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल यानी जीसीसी (GCC) शामिल है। कंपनी का मानना है कि इस सेक्टर में बड़े अवसर मौजूद हैं। ग्राहकों को असंगठित से संगठित बाजार में लाने के कई अवसर हैं जहां पर उन्हें शुद्ध और भरोसे वाले मसाले देकर विश्वास जीता जा सकता है। विप्रो कंज्यूमर केयर ऐंड लाइटिंग विप्रो एंटरप्राइजेज का हिस्सा है। देश के सबसे तेजी से बढ़ने वाले एफएमसीजी कारोबार में से एक है। कंपनी की वित्त वर्ष 2022 में आय 8,630 करोड़ रुपये रही थी। इसमें पर्सनल वॉश उत्पाद, फेशियल केयर उत्पाद, वेलनेस,होमकेयर,इलेक्ट्रिकल वायर उपकरण के अलावा घरेलू और व्यावसायिक लाइटिंग और सिटिंग सॉल्यूशंस शामिल है।कंपनी की मौजूदगी भारत के अलावा दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीकी देशों में है।
(शेयर मंथन 19 दिसंबर, 2022)
Add comment