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अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कोई दूसरी मुद्रा नहीं, बना रहेगा प्रभुत्व : आशीष कुमार चौहान

एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान की राय है कि अब तक डॉलर के अलावा कोई अन्य मुद्रा विश्व की रिजर्व करेंसी का स्थान लेने की स्थिति में नहीं आयी है। इसलिए डॉलर का प्रभुत्व अभी बना रहेगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक वित्तीय बाजारों में बड़े पैमाने पर बदलाव हो रहे हैं और अस्थिरता अब कोई असामान्य बात नहीं रह गयी।

19 करोड़ हुई डीमैट खातों की कुल संख्या, लेकिन 21 महीने में सबसे धीमी बढ़त

भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2025 तक देश में डीमैट खातों की कुल संख्या 19 करोड़ के आँकड़े को पार कर गयी। हालाँकि, इस दौरान डीमैट खातों में वृद्धि की रफ्तार 21 महीने में सबसे कम रही।

बिना रिस्क के तगड़ा रिटर्न, जानिए पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम क्यों है खास

पिछले 5 महीनों से शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में कोई भी निवेशक जोखिम नहीं लेना चाहता है। वह अपने पैसे को लेकर सतर्क है और कहीं भी निवेश की स्थिति में गारंटीड रिटर्न चाहता है। अगर आप भी ऐसा ही रिटर्न चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट एक बेहतर विकल्प हो सकती है।

गिरते बाजार का असर, 9 महीने के निचले स्तर पर इक्विटी में म्यूचुअल फंडों का एयूएम

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर लगातार बना हुआ है। फरवरी लगातार 5वां महीना रहा है, जब निफ्टी लाल निशान में बंद हुआ। इस दौरान मानक सूचकांक में 5.9% की मासिक गिरावट दर्ज की गयी, जो मार्च 2020 के बाद दूसरी सबसे बड़ी मासिक गिरावट है। बाजार की इस गिरावट का असर म्यूचुअल फंड उद्योग पर भी पड़ रहा है।

शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी, मार्च में अब तक निकाले 30000 करोड़

पिछले कुछ महीनों से विदेशी निवेशक लगातार शेयर बाजार में बिकवाली रहे हैं। भारतीय शेयर बाजार से उनकी निकासी का सिलसिला मार्च के महीने में भी जारी है। वैश्विक कारोबार को लेकर बढ़ रहे तनाव के बीच विदेशी निवेशकों ने 13 मार्च तक शेयर बाजार से 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाल ली है।

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