कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
बाजार में लगातार चार दिनों की मजबूती के बाद आज बाजार में गिरावट रही। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा।
निफ्टी (Nifty) 6300 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 240 अंक यानी 1.12% की गिरावट के साथ 21,134 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 79 अंक यानी 1.24% गिर कर 6267 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.79% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 1.66% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 1.81% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से रियल्टी और कैपिटल गुड्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। कारोबार के दूसरे घंटे में ही बाजार की गिरावट बढ़ी। निफ्टी 6300 के स्तर से नीचे फिसल गया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार लुढ़कता चला गया। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार ने कुछ सँभलने की कोशिश की, लेकिन कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार फिसलता चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 21,124 और निफ्टी 6264 दिन के निचले स्तरों तक पहुँच गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.19% का घाटा। कैपिटल गुड्स में 2.68%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.65%, बैंकिंग में 1.88%, धातु में 1.74%, ऑटो में 1.57%, पावर में 1.49%, हेल्थकेयर में 1.42%, एफएमसीजी में 1.27% की गिरावट रही। टीईसीके में 0.73%, आईटी में 0.66% और तेल-गैस में 0.28% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 24 जनवरी 2014)
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