कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज लगातार पाँचवे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा बांड खरीद कार्यक्रम घटाये के फैसले से बाजार पर दबाव बढ़ा। इससे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में भी कमजोरी बढ़ी।
कारोबार के दौरान निफ्टी (Nifty) 6100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 149 अंक यानी 0.72% की गिरावट के साथ 20,498 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 47 अंक यानी 0.76% गिर कर 6074 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.37% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 1.13% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 1.473% की गिरावट रही। क्षेत्रों के लिहाज से बैंकिंग और रियल्टी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 6100 के स्तर से नीचे खुला। शुरुआती कारोबार में ही बाजार में गिरावट बढ़ी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार तेजी से फिसला। इस दौरान सेंसेक्स 20,344 और निफ्टी 6027 दिन के निचले स्तरों पर रहे। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार अपने निचले स्तरों से सँभलने में कामयाब रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा 2.67% की गिरावट रही। रियल्टी में 2.60%, धातु में 2.52%, तेल-गैस में 1.08%, एफएमसीजी में 0.93% और कैपिटल गुड्स में 0.73% की गिरावट रही। पावर में 0.33%, हेल्थकेयर में 0.17% और टीईसीके में 0.18% और आईटी में 0.14% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.73% की मजबूती रही। ऑटो में 0.27% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 30 जनवरी 2014)
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