कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 6,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया। हालाँकि यह इस स्तर से ऊपर पहुँचने में कामयाब रहा।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 255 अंक यानी 1.25% की गिरावट के साथ 20,193 पर रहा। निफ्टी 83 अंक यानी 1.36% गिर कर 6,001 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.27% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.83% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 1.05% की गिरावट रही। क्षेत्रों के लिहाज से बैंकिंग और कैपिटल गुड्स क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 20,504 और निफ्टी 6094 पर दिन के ऊपरी स्तरों पर रहेस लेकिन कारोबार के पहले घंटे में ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार लुढ़कता चला गया। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार तेजी से फिसला। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,165 और निफ्टी 5991 पर दिन के निचले स्तरों तक फिसल गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी मिनटों में निफ्टी 6,000 के स्तर पर वापस लौटने में कामयाब रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.11% का घाटा हुआ। कैपिटल गुड्स में 2.06%, तेल-गैस में 1.84%, धातु में 1.81%, पावर में 1.68%, हेल्थकेयर में 1.63%, एफएमसीजी में 0.93%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.60% और टीईसीके में 0.30% की गिरावट रही। ऑटो में 0.17%, आईटी में 0.09% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, रियल्टी में 0.39% की मजबूती रही। (शेयर मंथन, 13 फरवरी 2014)
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