कारोबारी हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
वित्त वर्ष 2014-15 के लिए अंतरिम बजट में वाहन (Auto) क्षेत्र, पूँजीगत वस्तुओं (Capital Goods) और टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं (Consumer Durables) के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती से बाजार को सहारा मिला। पूँजीगत वस्तुओं और टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं पर उत्पाद शुल्क को 12% से घटा कर 10% किया गया है। वहीं वाहन क्षेत्र में छोटी कारों पर उत्पाद शुल्क 12% से घटा कर 8% कर दिया गया है।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 97 अंक यानी 0.48% की मजबूती के साथ 20,464 पर रहा। निफ्टी 25 अंक यानी 0.41% की बढ़त के साथ 6,073 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.07% की बढ़त रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.18% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.01% की मामूली बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से बैंकिंग और पावर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई, लेकिन शुरुआती कारोबार में ही बाजार की मजबूती में कमी आयी। इसके बाद बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,339 और निफ्टी 6,038 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार जल्द ही हरे निशान पर लौटने में कामयाब रहा। इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। दोपहर के कारोबार में बाजार की मजबूती बढ़ी। हालाँकि, कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार का जोश बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 20,492 और निफ्टी 6,081 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज बैंकिंग क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.21% की मजबूती रही। पावर में 0.96%, ऑटो में 0.76%, आईटी में 0.17% और कैपिटल गुड्स में 0.11% की बढ़त रही। टीईसीके में 0.01% की मामूली बढ़त रही। दूसरी ओर, रियल्टी में 0.82% की गिरावट रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.73%. धातु में 0.71%, तेल-गैस में 0.49% और एफएमसीजी में 0.11% (शेयर मंथन, 17 फरवरी 2014)
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