कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए।
यूक्रेन और रूस के बीच सैन्य तनाव बढ़ने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा।
सेंसेक्स (Sensex) 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 173 अंक यानी 0.82% की गिरावट के साथ 20,947 पर रहा। निफ्टी (Nifty) 55 अंक यानी 0.88% गिर कर 6,221 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.38% की कमजोरी रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.30% की कमजोरी और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 0.06% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज हेल्थकेयर और आईटी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। हालाँकि कारोबार के दूसरे घंटे में सेंसेक्स हरे निशान पर लौट आया, लेकिन इसके बाद सेंसेक्स में एक बेहद सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। सेंसेक्स 21,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,921 और निफ्टी 6,212 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज हेल्थकेयर क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.55% की तेज गिरावट रही। आईटी में 1.25%, ऑटो-पावर दोनों में 1.18% व 1.18%, कैपिटल गुड्स में 1.04%, टीईसीके में 1.02% और बैंकिंग में 0.84% की गिरावट रही। एफएमसीजी में 0.30% और धातु में 0.15% की कमजोरी रही। रियल्टी में 0.02% की मामूली कमजोरी रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.74% की मजबूती रही। तेल-गैस में 0.24% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 03 मार्च 2014)
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