उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक लगातार पाँचवे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 6,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसल गया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 48 अंक यानी 0.22% की गिरावट के साथ 22,418 पर रहा। निफ्टी 19 अंक यानी 0.28% गिर कर 6,696 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.30% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 1.12% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 1.65% की गिरावट रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी और पावर क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। इस दौरान सेंसेक्स 22,680 और निफ्टी 6,780 दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे। शुरुआती कारोबार में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। यूरोपीय बाजारों से मिले-जुले संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान बाजार की मजबूती में कमी आती चली गयी। निफ्टी 6,700 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। दोपहर के कारोबार में बाजार मजबूती गँवा कर लाल निशान पर फिसल गया। इस दौरान बाजार में गिरावट बढ़ी। सेंसेक्स 22,285 और निफ्टी 6,657 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार हरे निशान पर लौट आया, लेकिन जल्दी ही लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 6,700 के स्तर को छू कर वापस इस स्तर नीचे लुढ़का। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा 5.30% की तेज गिरावट रही। पावर में 2.08%, कैपिटल गुड्स में 2.03%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 2.00% और धातु में 1.15% की गिरावट रही। टीईसीके में 0.68%, बैंकिंग में 0.45%, आईटी में 0.27% और हेल्थकेयर में 0.30% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, ऑटो में 0.37%, एफएमसीजी में 0.16% और तेल-गैस में 0.03% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 30 अप्रैल 2014)
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