कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बीच कल बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में कमजोरी का रुझान रहा। कल के पूरे सत्र में अमेरिकी बाजार निचले स्तरों पर ही बना रहा। डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Industrial Average) 252.15 अंक या 1.47% गिर कर 16,906.51 पर बंद हुआ। एसऐंडपी 500 (S&P 500) 26.45 अंक या 1.31% की बढ़त दर्ज करते हुए 1,990.26 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) 55.67 अंक या 1.14% की कमजोरी के साथ 4,835.76 पर बंद हुआ।
दरअसल वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर पर दबाव की संभावनाओं के बीच कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से बाजार चिंतित रहा। विश्व बैंक ने प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं में कमजोर वृद्धि का हवाला देते हुए 2016 के लिए वैश्विक विकास दर का अनुमान घटा कर 2.9% कर दिया है। इसके अलावा उत्तरी कोरिया की ओर से हाइड्रोजन बम का परीक्षण करने की खबरों से भूराजनीतिक तनाव बढ़ने का भी बाजार पर नकारात्मक असर रहा।
कल कच्चे तेल का लंदन ब्रेंट भाव जून 2004 के बाद से अब तक के, यानी बीते 11 वर्षों के निचले स्तर पर आ गया, जबकि नाइमेक्स में यह सात वर्षों के निचले स्तर पर रहा। नाइमेक्स में डब्लूटीआई क्रूड 2.00 डॉलर या 5.56% टूट कर 33.97 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जो दिसंबर 2008 से अब तक इसका सबसे निचला स्तर है। लंदन का ब्रेंट क्रूड 34.23 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 07 जनवरी 2016)
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