देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2015 के दौरान 3,030 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है।
तिमाही-दर-तिमाही आधार पर कंपनी के मुनाफे में 2.1% की गिरावट आयी है, जबकि साल-दर-साल आधार पर यह 5% बढ़ा है। अप्रैल-जून 2015 की तिमाही में कंपनी की आमदनी 14,354 करोड़ रुपये रही, जो तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 7% और साल-दर-साल आधार पर 12.4% ज्यादा है।
कंपनी की प्रति शेयर आय (ईपीएस) तिमाही-दर-तिमाही 2.1% और साल-दर-साल 5% बढ़ कर 13.26 रुपये रही। कंपनी ने अपने कामकाज की मात्रा में तिमाही-दर-तिमाही 5.4% बढ़त दर्ज की है, जो बीती 19 तिमाहियों में सबसे तेज वृद्धि है। इस अवधि में कंपनी ने सकल आधार पर 79 नये ग्राहक बनाये और 6 बड़े सौदों पर हस्ताक्षर किये। कर्मचारियों के छोड़ने की दर पिछले कारोबारी साल की पहली तिमाही के 23.4% से घट कर बीती तिमाही में 14.2% रही।
कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष 2015-16 के लिए अनुमान जताया है कि उसकी सालाना आमदनी नियत विनिमय दर (कॉन्स्टैंट करंसी) के आधार पर 10-12% बढ़ेगी। वहीं रुपये में सालाना आय 11.5% से 13.5% तक बढ़ने का अनुमान जताया गया है।
सन कैपिटल के सीआईओ संदीप सभरवाल का कहना है कि इन्फोसिस ने बाजार की कम उम्मीदों के बीच अच्छे तिमाही नतीजे सामने रखे हैं। हालाँकि उनकी राय है कि भविष्य में इस प्रदर्शन के टिकाऊ होने और आने वाली तिमाहियों में मुनाफे में वृद्धि की दर पर नजर रखनी होगी।
कंपनी के इन कारोबारी नतीजों पर शेयर बाजार ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है और इसके शेयर भाव में लगभग 10% की उछाल आ गयी है। बीएसई में लगभग 12.15 बजे यह 96.70 रुपये या 9.65% की बढ़त के साथ 1098.60 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 21 जुलाई 2015)
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