वॉकहार्ट को सीडीएससीओ (CDSCO) से निर्यात के लिए मंजूरी मिली है।
कंपनी को निर्यात के लिए यह मंजूरी रूस की वैक्सीन स्पूतनिक के लिए मिली है। कंपनी को 10 करोड़ तक वैक्सीन निर्यात को मंजूरी मिली है। कंपनी के मुताबिक 10 करोड़ वैक्सीन में से 8 करोड़ वैक्सीन स्पूतनिक लाइट के हैं, जबकि स्पूतनिक-V के 2 करोड़ डोज शामिल हैं।
कंपनी के मुताबिक, बड़ी मात्रा में वैक्सीन उत्पादन करने वाली इकाई जो कि औरंगाबाद के वालुज और शेंद्र में स्थित है, उसका निरीक्षण संयुक्त रुप से करने के बाद मंजूरी मिली है। जांच टीम में सीडीएससीओ के वेस्ट जोन के ड्रग इन्सपेक्टर और औरंगाबाद की एफडीए (FDA) टीम के सदस्य शामिल थे। इसके अलावा सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी, कसौली के विशेषज्ञ भी जांच टीम का हिस्सा थे। कंपनी के औरंगाबाद इकाई में उच्च स्तरीय इन्जेक्शन उत्पाद बनाए जाते हैं।
वॉकहार्ट ने रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) और एनसो (Enso) हेल्थकेयर के साथ कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-V और स्पूतनिक लाइट वैक्सीन के उत्पादन को लेकर करार कर रखा है। कंपनी को यह तकनीक गामालेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी से तकनीक हस्तांतरण के जरिए हासिल हुई थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने 6 जनवरी को ऐलान किया था कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने देश में सिंगल डोज वाले कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक लाइट के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी है। पिछले साल अप्रैल में भारतीय नियामक ने कुछ शर्तों के साथ रूस के कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-V को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी थी। (शेयर मंथन, 08 फरवरी 2022)
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