अंबरीश बालिगासीईओ, हनीकॉम्ब वेल्थ एडवाइजर्समुझे लगता है कि 2023 के पहले छह महीनों में बाजार कुछ नरम रहेगा और इस दौरान हमें बाजार में एक ठीक-ठाक गिरावट देखने को मिलेगी। इस अवधि का उपयोग अपने पोर्टफोलिओ में अच्छे शेयरों को जमा करने के लिए करना चाहिए, क्योंकि इसके बाद तेजी का अगला दौर लंबे समय तक चलेगा।
अमरजीत सिंहएमडी एवं सीईओ, क्वांट रोबो एनालिटिक्स लंबी अवधि में भारतीय शेयर बाजार को लेकर मेरा नजरिया बड़ी तेजी का है। निवेशकों को चाहिए कि वे बाजार में आने वाली गिरावटों को तकनीकी (टेक्निकल) और बुनियादी (फंडामेंटल) रूप से मजबूत शेयरों में खरीदारी के अवसर के रूप में देखें।
जगदीश ठक्करनिदेशक, फॉर्च्यून फिस्कल हमें आशा है कि दक्षिण एशियाई देशों के अपने समकक्षों से भारतीय शेयर बाजार बेहतर प्रदर्शन करेंगे। अगले छह महीनों में निफ्टी 18,000 के स्तर से लगभग 1,200 अंक ऊपर और नीचे के दायरे में रहेगा।
बृजेश आइलटेक्निकल एवं डेरिवेटिव प्रमुख, आईडीबीआई केपिटल मार्केट्सहमने मुनाफे वाले सात साल देखे हैं, इसलिए सूचकांक (इंडेक्स) का बेहतर प्रदर्शन शायद इस साल न हो। हमें अभी चुनिंदा शेयरों और क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि भारतीय शेयर बाजार के लिए साल 2023 अनुमान से ज्यादा उतार-चढ़ाव वाला हो सकता है।
राजेश तांबेसंस्थापक, नोमाडजिला फाइनेंशियल्सजून 2023 तक, यानी अगले छह महीने में सेंसेक्स 63,000-64,000 के आस-पास होगा। दिसंबर 2023 तक सेंसेक्स 65,000-66,000 के आस-पास रहेगा, क्योंकि 2024 में हमारे देश में आम चुनाव होंगे।
राजेश सतपुतेबाजार विश्लेषकनिफ्टी में हमने 7,500 से 18,880 तक की मजबूत तेजी देखी है और अब यह थोड़ा ठंडा होने का समय है। इसके कारण कुछ भी हो सकते हैं, मगर इसमें लंबे समय से एक गिरावट आनी बाकी है। फिबोनाकी रिट्रेसमेंट के अनुसार इसमें 23.6% वापसी (रिट्रेसमेंट) का स्तर 16,200 के पास और 38% वापसी का स्तर 14,540 के पास है। इस समय रणनीति और दृष्टिकोण सतर्कता वाला होना चाहिए और गिरावट के इस दौर को खरीदारी के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
राहुल अरोड़ासीईओ, निर्मल बंग इक्विटीजमैं अभी बाजार को लेकर सतर्क आशावादी हूँ और निफ्टी को अगले छह महीनों में 18000 से 18500 के स्तर के आस-पास ही देखता हूँ। इस अवधि में सेंसेक्स 60,000 से 65,000 के दायरे में रह सकता है।
विजय भूषणपार्टनर, भारत भूषण ऐंड कंपनीइस साल भारतीय बाजार में काफी तेजी देखने को मिलेगी। निवेशकों को चाहिए कि वे विकासोन्मुख शेयरों (ग्रोथ स्टॉक) में निवेशित रहें। पर बाजार पर करीबी नजर बनाये रखें।
शर्मिला जोशीनिवेश सलाहकारलंबी अवधि में शेयर बाजार की संभावनाएँ अच्छी दिख रही हैं, मगर छोटी अवधि में कई चिंताएँ हैं। मेरे अनुमान से निफ्टी जून 2023 तक 18,500 के आस-पास होगा।
सिद्धार्थ भामरेईवीपी और शोध प्रमुख, रेलिगेयर ब्रोकिंगइस साल भारतीय शेयर बाजार एक दायरे के अदंर ही घूमता नजर आयेगा। निवेशकों के लिए चुनिंदा शेयरों पर आधारित मौके बनते रहेंगे।
सिद्धार्थ रस्तोगी, एमडी एवं सीओओ, ऐंबिट एसेट मैनेजमेंटसाल 2023 के शुरुआती 6-8 महीने भारतीय शेयर बाजार के लिए मुश्किल भरे होंगे। उसके बाद बाजार में तेजी लौटेगी और उतार-चढ़ाव कम होगा। सेंसेक्स 2026-27 तक 1,00,000 के स्तर पर पहुँचेगा।
सोनम उदासीसीनियर फंड मैनेजर, टाटा एएमसीकारोबारी जगत और बैंकों की बैलेंस शीट में मजबूती दिख रही है, जिसके चलते आने वाले कई वर्षों तक विकास के अनुकूल रुख बने रहना चाहिए। यह देश के शेयर बाजार के लिए भी अच्छा संकेत होगा।