माइनिंग क्षेत्र की दिग्गज कंपनी हिन्दुस्तान जिंक बोर्ड ने अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने 7 रुपये प्रति शेयर अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दी है। यह मंजूरी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए मिली है। कंपनी को अंतरिम डिविडेंड पर 2957.72 करोड़ रुपये खर्च होंगे। आपको बता दें कि हिन्दुस्तान जिंक वेदांता की सब्सिडियरी कंपनी है।
वेदांता की हिन्दुस्तान जिंक में 64.92% हिस्सेदारी है जो करीब 274.31 करोड़ शेयरों के बराबर है। वेदांता को अंतरिम डिविडेंड के ऐलान से 1920 करोड़ रुपये मिलेंगे। 2 रुपये के फेस वैल्यू के मुताबिक यह डिविडेंड 350 फीसदी है। अंतरिम डिविडेंड की रिकॉर्ड तारीख 15 जुलाई 2023 है। पिछले 12 महीने में कंपनी ने करीब 33 फीसदी की रिटर्न दिया है। शुक्रवार को शेयर में बढ़िया खरीदारी देखने को मिली और शेयर 1.29% चढ़ कर 340.50 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था। शुक्रवार को एनएसई पर 34 लाख शेयरों के सौदे हुए थे। जनवरी में कंपनी ने 383 रुपये का एक साल का ऊपरी स्तर छुआ था। चौथी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 12 फीसदी गिरकर 2583 करोड़ रुपये दर्ज हुआ था। पिछले साल मुनाफा 2,928 करोड़ रुपये मुनाफा दर्ज हुआ था। वहीं आय 4 फीसदी गिरकर 8,281 करोड़ रुपये रहा था।
(शेयर मंथन, 08 जुलाई,2023)
Add comment