कुछ तिमाहियों तक ब्याज दरें रहेंगी स्थिर
विजय चोपड़ा
एमडी-सीईओ, इनॉच इंटरमीडियरीज
सकारात्मक बातों में एफआईआई खरीदारी, महँगाई दर में कमी, ब्याज दरों के घटने की संभावना, कच्चे तेल की नीची कीमतें, कंपनियों की आय (अर्निंग) अच्छी रहना, अच्छा कर संग्रह और घरेलू खपत को गिना जा सकता है।
भारतीय शेयर बाजार अभी नकारात्मक नजर आ रहा है और निफ्टी (Nifty) का दायरा 7650-7750 के बीच रह सकता है।