अब तक आप विदेशी वाजारों के वायदा (फ्यूचर ऐंड ऑप्शन) में देर तक चलते कारोबार (ट्रेडिंग) को देख कर मन मसोस कर रह जाते थे। गिफ्ट सिटी आने के बाद और एसजीएक्स निफ्टी का नाम बदल कर गिफ्ट निफ्टी होने के बाद यह सोच कर मन को तसल्ली दे देते थे कि कुछ और नहीं तो यही सही।
पर अब आपके उदास होने के दिन लद गये, क्योंकि एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया यानी (एएनएमआई) ने इंडेक्स फ्यूचर में कारोबार के समय को बढ़ाने पर सहमति दे दी है। एएनएमआई देश के शेयर बाजार के ब्रोकरों की संस्था है, जिसके साथ एनएसई के सदस्य (ब्रोकर) जुड़े हैं। एनएसई के एमडी आशीष कुमार चौहान पहले ही कह चुके हैं कि उनका एक्सचेंज इक्विटी एफऐंडओ के कारोबार की समय-सीमा बढ़ाने के लिए तैयार है। हलाँकि उन्होंने यह भी कहा कि इस पर फैसले में सबको साथ लेकर चला जायेगा। ऐसे में एएनएमआई की इस सहमति को कारोबार की समयावधि बढ़ाने की ओर एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है।
दरअसल पिछले साल ही एनएसई ने बाजार नियामक सेबी को एक प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव में एक्सचेंज ने कारोबार की अवधि को शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक करने की अनुमति माँगी थी। इस पर सेबी ने कहा था कि कोई भी फैसला लेने से पहले वह इस मुद्दे पर ब्रोकरों और निवेशकों की राय भी सुनेगा। दरअसल एनएसई के प्रस्ताव को छोटे ब्रोकरों का समर्थन नहीं मिला था। उनकी दलील थी कि अगर कारोबार की अवधि बढ़ती है तो इसके लिए उन्हें अतिरिक्त संसाधनों का इंतजाम करना पड़ेगा। छोटे ब्रोकरों का यह भी कहना था कि ट्रेड को निपटाने और शाम के सत्र के लिए ग्राहकों की नयी फाइलें बनाने में उन्हें वक्त लगेगा। दोपहर 3:30 बजे से शाम के 6 बजे के बीच जो समय मिलेगा, वह उनके लिए कम पड़ेगा। इसलिए वे ट्रेडिंग का समय बढ़ने के पक्ष में नहीं थे।
इसके बाद, हाल में 2 फरवरी को एएनएमआई के बोर्ड की एक बैठक हुई, जिसमें इंडेक्स डेरिवेटिव में कारोबार की अवधि बढ़ाने को मंजूरी मिल गयी। लेकिन अब सवाल है कि आगे क्या? मीडिया से बातचीत में एएनएमआई ने कहा है कि सेबी ने इंडस्ट्री स्टैंडर्ड फोरम तैयार कर लिया है, जिसमें ट्रेडिंग की अवधि बढ़ाने पर चर्चा हुई थी। एसोसिएशन ने कहा कि उसने सेबी को अपनी राय सौंप दी है और अंतिम फैसला सेबी को ही लेना है।
सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच ने 29 जनवरी को ब्रोकर्स आईएसएफ के कार्यक्रम में कहा था कि ट्रेडिंग की अवधि बढ़ाने को लेकर ब्रोकरों में एक राय नहीं दिखती है। उन्होंने कहा था कि सेबी इस मुद्दे को लेकर गंभीर है और सबकी राय जानने के बाद ही सही समय पर सही फैसला लिया जायेगा। तब उनका कथन था कि अभी तक एक्सचेंज का केवल एक ही हिस्सा उनके पास आया है, जो फैसला लेने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसलिए उन्होंने सभी सहभागियों (स्टेकहोल्डर) से राय माँगी है, ताकि उनकी राय के आधार पर कोई फैसला लिया जा सके।
वहीं एनएसई के एमडी आशीष कुमार चौहान ने कहा था कि गिफ्ट सिटी में मौजूद अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज 21 घंटे कारोबार कर रहे हैं। दुनिया भर के एक्सचेंजों में भी लंबी अवधि तक कारोबार होता है। ऐसे में अगर भारतीय एक्सचेंजों में भी लंबे वक्त तक कारोबार होगा तो इससे कारोबारियों और निवेशकों, दोनों को ही फायदा होगा। दोनों को ही देश-दुनिया में होने वाली घटनाओं पर समय से और तेजी के साथ प्रतिक्रिया देने का मौका मिलेगा। (शेयर मंथन, 10 फरवरी 2024)
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