Reliance Industries Ltd Share Latest News : निचले स्तर पर खरीदारी की रणनीति करेगी काम
कमलेश सिंह : रिलायंस इंडस्ट्रीज में अगला लक्ष्य क्या रखना चाहिए?
कमलेश सिंह : रिलायंस इंडस्ट्रीज में अगला लक्ष्य क्या रखना चाहिए?
Expert Shomesh Kumar : डॉलर इंडेक्स की मौजूदा स्थिति के लिए भू-राजनीतिक हालात सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं। इसकी वजह से डॉलर के बारे में सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन इतना कहा जा सकता है कि डॉलर में करेक्शन-कंसेलिडेशन का दौर चलता रहेगा।
Expert Shomesh Kumar : कच्चा तेल में माँग अभी दिखायी नहीं दे रही है। बाजार के हालात को देखते हुए लग रहा है कि भू-राजनीतिक स्थितियों को बाजार ने संभाल लिया है। मोटेतौर पर इसकी चाल नीचे की बनी हुई है। ये 84 डॉलर के ऊपर जब तब नहीं जाता है तब तक इसमें नीचे का मोमेंटम बहुत तेज है और इसके 70 से 74 डॉलर तक जाने की आशंका बनी रहेगी।
Expert Shomesh Kumar : बाजार में अभी निचले स्तर पर खरीदारी का माहौल है, लेकिन छोटी अवधि में उतार-चढ़ाव के दौर आते रहेंगे। मिडकैप और स्मॉलकैप में जब तक मजबूती बनी हुई है, तब तक हमें साफतौर पर ये मानकर चलना होगा कि बाजार वापसी के रास्ते पर चल रहे हैं। इसका तात्पर्य यह हुआ कि निफ्टी 38% करेक्शन को पूरा मान रहा है और व्यापक स्तर पर बाजार का माहौल अनुकूल हो गया है। निफ्टी को 19500 से 19300 के दायरे में सपोर्ट बन जायेगा।
Expert Shomesh Kumar : निफ्टी आईटी अभी मुझे ट्रेडिंग के लिए ही सही लग रहा है, निवेश के लिए हालात उपयुक्त नहीं हैं। अभी इसमें मूल्यांकन भी बहुत अच्छे नहीं लग रहे हैं। मेरे हिसाब से यहाँ स्थिति दिसंबर तिमाही के नतीजे आने के बाद साफ हो सकती है। चूँकि अभी तस्वीर साफ नहीं दिख रही है, तो ऐसे में निवेश के लिए निर्णय लेना उचित नहीं होगा।
Expert Shomesh Kumar : डॉव जोंस में एक बड़े दायरे में उतार-चढ़ाव रहेगा और ये 31500 से 35500 के बीच घूमता रहेगा (Dow Jones Analysis)। इसमें आगे की चाल दो स्थितियों में समझ में आयेगी। अमेरिकी केंद्रीय बैंक से ब्याज दरों में नरमी के संकेत मिलेंगे तो इसमें 37000 का शिखर दोबारा देखने को मिल सकता है। वहीं, भूराजनीतिक हालात बिगड़ तो उसका असर डॉव जोंस पर भी आयेगा।