इलायची के आवक में कमी के चलते इलायची की हाजिर कीमतों में तेजी का रूझान है।
ऐसा लग रहा है कि दूसरे दौर में फसल का उत्पादन पहले दौर के उत्पादन की तुलना में कम हुआ है। तूफानी मौसम के कारण देर से होने वाली फसलों के उत्पादन में कमी की आशंका है। इस कारण कारोबारी अच्छी क्वालिटी की इलायची की अधिक मात्रा में खरीददारी करने लगे हैं।
इलायची वायदा अक्टूबर की कीमतों के 815-855 रू के दायरे में स्थिर कारोबार करने की संभावना है।
(शेयर मंथन 7 सितंबर 2015)
Add comment