Berger Paints India Ltd Share Latest News : काफी चल चुका है स्टॉक, नहीं दिख रहे करेक्शन के आसार
सूरज कश्यप, दुर्ग : मैंने बर्जर पेंट के 30 शेयर 695 रुपये के औसत भाव पर खरीदे हैं। क्या यहाँ बेचकर नीचे खरीदने की रणनीति ठीक रहेगी?
सूरज कश्यप, दुर्ग : मैंने बर्जर पेंट के 30 शेयर 695 रुपये के औसत भाव पर खरीदे हैं। क्या यहाँ बेचकर नीचे खरीदने की रणनीति ठीक रहेगी?
भजन गंगा : आईआरएफसी में तीन से छह महीने की अवधि में क्या रुख रहने की संभावना है?
अमर, पुणे : गुजरात गैस का स्टॉक मैंने 493 रुपये के औसत भाव पर खरीदा है। इसमें लगातार गिरावट क्यों आ रही है?
प्रदीप मोदी, अहमदाबाद : कोटक महिंद्रा बैंक पर एक साल के लिए आपका क्या नजरिया है?
योगेश शर्मा, दिल्ली : मैंने एशियन पेंट के 40 शेयर 3400 रुपये के भाव पर दो हफ्तों के लिए खरीदे हैं। उचित सलाह दें।
बाजार में अभी जो गिरावट हम देख रहे हैं, वो मेरे हिसाब से सामान्य करेक्शन से ज्यादा कुछ नहीं है। बाजार अगर हजार अंक गिर जाता है तो तेज रैली देखने को मिली थी, उस रफ्तार में थोड़ी कमी आयेगी। इसके अलावा अगर हम देश के आर्थिक हालात की बात करें, तो हाल ही में जितने भी आँकड़े जारी हुए उनमें सकारात्मकता नजर आती है।
ट्रस्ट म्यूचुअल फंड तुलनात्मक रूप से एक नया फंड घराना है और इसकी खासियत है कि इसने अब तक केवल अपने डेट फंड ही बाजार में उतारे हैं। आम निवेशकों को अपने पोर्टफोलिओ में डेट फंडों को कितनी जगह देनी चाहिए और कैसे चुनाव करना चाहिए?
पार्थ पटेल : एपेक्स फ्रोजन फूड्स पर आपका नजरिया क्या है? समय का कोई बंधन नहीं, सुझाव के मुताबिक फैसला ले सकते हैं।
संकल्प पाटिल : मैंने स्नोमैन लॉजिस्टिक्स के 500 शेयर 49.70 रुपये के भाव पर खरीदे हैं। इसके भाव आगे कैसी प्रतिक्रिया नजर आ रही है?
दीपक साहू : एस डब्ली सोलर में लंबी अवधि का लक्ष्य क्या है?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव में 1900 से 2000 डॉलर के बीच में आकर रुक गया है। पिछले दिनों हुई कई चर्चाओं में हमने इस स्तर के बारे में बात की थी। सोने में गिरावट का स्तर 1840-1850 डॉलर के भाव तक भी मुमकिन था, लेकिन ये नीचे के स्तर तक नहीं गया।
निफ्टी आईटी इंडेक्स में अब भी तस्वीर साफ नहीं दिख रही है। मेरे हिसाब से बाजार में ट्रेडिंग के लिहाज से पैसे लगाए जा सकते हैं, लेकिन निवेश के लिए अभी काफी इंडेक्स काफी महँगा दिख रहा है। आने वाली एक-दो तिमाही में इसकी तस्वीर साफ हो सकती है।
कच्चा तेल के भाव में मौजूदा तेजी माँग बढ़ने की वजह से नहीं, बल्कि तेल उत्पादक देशों के आपूर्ति कम करने की वजह से है। इसलिए मेरी समझ से इसका कोई भी आकलन कर पाना बहुत मुश्किल है। ऐसे हालात में कच्चा तेल के भाव फिर से तीन अंकों में जा सकते हैं।
मौजूदा स्तरों पर भी डॉलर इंडेक्स में मुझे बहुत ज्यादा चिंता नहीं दिखती है। इसका व्यवहार असल में 103-104 डॉलर के आसपास देखने वाला होगा। इन स्तरों पर इसका आकलन करने की जरूरत होगी, तब तक इसमें मेरे हिसाब से डरने की कोई बात नहीं है।
डॉव जोंस की गिरावट को रेटिंग एजेंसी के कदम से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि इसमें सामान्य करेक्शन चल रहा है। अभी मुझे कोई नकारात्मकता नजर नहीं आ रही है। इसमें मेरे हिसाब से 1000 अंकों का कूलऑफ हो सकता है, जो कि कोई बड़ी बात नहीं है। इसके अलावा मुझे इसमें कोई डरने वाली बात नहीं दिखती है।
संकल्प पाटिल : मैंने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक बेच कर आईडीएफसी के 5000 शेयर 113.5 रुपये पर खरीदे हैं। इस पर पाँच साल के लिए आपकी राय क्या है?