साल 2014 में पहली बार भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुए।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये के सँभलने से बाजार को फायदा पहुँचा।
सेंसेक्स (Sensex) 36 अंक यानी 0.17% की बढ़त के साथ 20,729 पर बंद हुआ। निफ्टी 12 अंक यानी 0.20% की बढ़त के साथ 6175 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.53% की मजबूती रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.59% और बीएसई स्मॉलकैप 0.29% की बढ़त रही। आज के कारोबार में हेल्थकेयर और ऑटो क्षेत्र में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई, लेकिन शुरुआती कारोबार में ही बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,688 और निफ्टी 6160 दिन के निचले स्तरों पर रहे। हालाँकि जल्द ही यह सँभल कर वापस हरे निशान पर लौट आया। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार की मजबूती घटती चली गयी। दोपहर बाद के कारोबार में बाजार का जोश बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 20,786 और निफ्टी 6192 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये, लेकिन कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार अपने ऊपरी स्तर से नीचे फिसल गया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में हरे निशान पर बंद होने में कामयाब रहे।
क्षेत्रों के लिहाज से आज हेल्थकेयर क्षेत्र में सबसे ज्यादा 1.04% की मजबूती रही। ऑटो में 0.71%, धातु में 0.43%, तेल-गैस में 0.35% और एफएमसीजी में 0.17% और बैंकिंग में 0.14% की बढ़त रही। आईटी में 0.08% और टीईसीके में 0.07% की हल्की बढ़त रही। दूसरी ओर, कैपिटल गुड्स में 1.35%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.58% और रियल्टी में 0.44% की गिरावट रही। पावर में 0.03% की मामूली कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2014)
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