खराब वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
अमेरिका द्वारा इराक पर हमला किये जाने के बयान से बाजार पर दबाव बढ़ा। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में भी कमजोरी रही।
कारोबार के दौरान निफ्टी (Nifty) 7,600 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे खुला।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 260 अंक यानी 1.02% की गिरावट के साथ 25,329 पर रहा। निफ्टी 81 अंक यानी 1.06% गिर कर 7,569 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.71% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 2.06% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 2.14% की कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी और धातु में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। निफ्टी 7,600 के स्तर से नीचे खुला। शुरुआती कारोबार में बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार की गिरावट बढ़ती चली गयी। इस दौरान सेंसेक्स 25,233 और निफ्टी 7,540 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार की गिरावट में कमी आती चली गयी। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.86% का घाटा हुआ। धातु में 3.15%, पावर में 2.92%, कैपिटल गुड्स में 2.50%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.62%, बैंकिंग-तेल-गैस दोनों में 1.51% और 1.51% और ऑटो में 1.36% की गिरावट रही। आईटी में 0.39% और टीईसीके में 0.29% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 0.09% और हेल्थकेयर में 0.05% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 08 अगस्त 2014)
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