आगामी दिनों में जीरे की निर्यात माँग में जोरदार इजाफा होने की संभावना के बावजूद बुधवार को भी जारे में कोई विशेष सुधार की स्थिति नहीं बनी पाई।
जिसका मुख्य कारण वर्तमान में जीरे में अच्छी माँग के अभाव का बना रहना है। इसके अलावा जीरे के निर्यात आँकड़ों में भी गिरावट की खबर के चलते बाजार कीमतों में अतिरिक्त दबाव की स्थिति बन रही है।
जीरा उत्पादक मुख्य राज्यों में कम बारिश के चलते मंडियों में जीरे की स्टॉक में कमी आयी है जिस कारण जीरे की कीमतों को समर्थन मिल सकता है। स्थानीय मंडियों में लगभग 10-12 लाख बैग जीरा उपलब्ध होने का अनुमान है जबकि मार्च तक कुल 14-15 लाख बैग जीरे की आवश्यकता होगी। जीरे के लिए लिये रेलिगेयर की सलाह है कि मध्यम अवधि में जीरे में तेजी देखने को मिल सकती है।
एनसीडीईएक्स में अक्टूबर वायदा के लिए इसका बंद भाव 15935 रुपये था। रेलिगेयर के मुताबिक आज इसे 15850 और फिर 15765 पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। आज इसके लिए 16065 रुपये और 16165 रुपये पर बाधा है। (शेयर मंथन, 1 अक्टूबर 2015)
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