अक्टूबर-दिसंबर 2015 यानी मौजूदा कारोबारी साल की तीसरी तिमाही में आइडिया सेलुलर (Idea Cellular) का मुनाफा 5.6% घट कर 764 करोड़ रुपये रह गया।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 809.3 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 2014-15 की तीसरी तिमाही में आइडिया का मुनाफा 767 करोड़ रुपये रहा था। खराब नतीजों के बावजूद भी ज्यादातर जानकार इसमें खरीदारी की राय दे रहे हैं, लेकिन आज शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयर 4% से ज्यादा टूट गये हैं। कंपनी ने पिछले दिनों 4जी सेवाएँ शुरू की हैं, जिसकी वजह से कंपनी का खर्च बढ़ा है और इसका असर कंपनी के नतीजों पर पड़ा है।
अक्टूबर दिसंबर 2015 की तिमाही में आइडिया की आय 3.7% बढ़ कर 9,009 करोड़ रुपये पर पहुँच गयी। ठीक पिछली तिमाही में कंपनी की आय 8,689 करोड़ रुपये रही थी, जबकि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आय 8009 करोड़ रुपये रही थी।
बीती तिमाही में कंपनी का एबिडा (EBITDA) 2.3% बढ़ कर 3,128.5 करोड़ रुपये रहा। ठीक पिछली तिमाही में कंपनी का एबिडा 3,057 करोड़ रुपये रहा था। बीती तिमाही में कंपनी का एबिडा मार्जिन (EBITDA Margin) 35.2% से घट कर 34.7% रहा।
मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के मुकाबले अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी की प्रति ग्राहक आय 175 रुपये से बढ़ कर 176 रुपये रही। तीसरी तिमाही में आइडिया का औसतन प्रति ग्राहक मिनट यूसेज 386 से बढ़ कर 393 पर पहुँच गया। दूसरी तिमाही के मुकाबले तीसरी तिमाही में कंपनी के वॉल्यूम में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। तीसरी तिमाही में आइडिया सेलुलर का वॉल्यूम 189.5 अरब मिनट से बढ़ कर 199.2 अरब मिनट रहा है।
आज सुबह से ही आइडिया के शेयर में काफी कमजोरी दिख रही है। बीएसई में सुबह करीब 10.45 बजे इसका शेयर 7.65 रुपये या 6.72% की गिरावट के साथ 106.25 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 22 जनवरी 2016)
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