बैंक ऑफ इंडिया ने पेंशन फंड रेगुलेटर पीएफआरडीए (PFRDA) यानी पेंशन फंड रेगुलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी के साथ मिलकर एक प्लेटफॉर्म तैयार किया है।
इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल मोबाइल फोन के जरिए एनपीएस (NPS) खाता खोलने के लिए किया जा सकेगा। यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा जो ग्राहकों को मोबाइल फोन के जरिए एनपीएस खाता खोलने की सुविधा देगा। इसके लिए बैंक ऑफ इंडिया ने पेंशन फंड रेगुलेटर पीएफआरडीए ने के-फिनटेक (K-fintech) की भी मदद ली है। बैंक ऑफ इंडिया और पेंशन फंड रेगुलेटर पीएफआरडीए की ओर से जारी प्रेस रिलीज में इस बात की जानकारी दी गई है कि ग्राहक अब बिना किसी परेशानी और पेपरलेस तरीके से एनपीएस खाता खोल सकते हैं। इसके लिए केवल क्यूआर (QR) कोड स्कैन करना होगा। पीएफआरडीए चेयरमैन सुप्रतिम बंद्योपाध्याय ने बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए के दास की उपस्थिति में डिजिटल प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया । इस मौके पर बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक स्वरुप दासगुप्ता भी मौजूद थे। एनपीएस खाता खोलने की डिजिटल प्रक्रिया काफी आसान होने के साथ, तेज और पूरी तरह से पेपरलेस है। ग्राहक अब एक क्लिक कर के अपना एनपीएस खाता खोल पाएंगे। इसके अलावा ग्राहक अतिरिक्त योगदान भी क्यू आर कोड के जरिए कर पाएंगे। सुप्रतिम बंद्योपाध्याय का मानना है कि बैंक की ओर से शुरू किए गए डिजिटल पहल से हमारे डायनामिक तरीकों और प्रयास को दिखाता है जो जिससे हमारे पेंशन समाज वाले विजन को पूरा करने में मदद मिलेगी। ए के दास के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक का के-फिनटेक के साथ तकनीकी इंटीग्रेशन के जरिए एनपीएस सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया काफी आसान हो जाएगी। यह काफी आसान,तेज और बिना परेशानी वाली प्रक्रिया है। इस करार से एनपीएस ग्रोथ को और बढ़ावा मिलेगा। के फिनटेक एसएएएस (SaaS) यानी सॉफ्टवेयर एज ए सर्विस की सुविधा मुहैया कराएगी। इसमें एंडटूएंड ट्रांजैक्शन प्रबंधन,चैनल प्रबंधन और कंप्लायंस सॉल्यूशंस शामिल है। इसके अलावा के-फिनटेक डाटा एनालिटिक्स के अलावा दूसरी डिजिटल सेवा अलग-अलग सेगमेंट में एसेट प्रबंधन का काम भी करती है। इसके साथ ही वैश्विक कंपनियों को आउटसोर्सिंग सुविधाएं भी मुहैया कराती है।
(शेयर मंथन, 16 जुलाई 2022)
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