बिसलेरी इंटरनेशनल (Bisleri International) के अधिग्रहण की बातचीत टाटा कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स (TCPL) से टूट गयी है। अब बोतलबंद पानी की कंपनी की कमान अध्यक्ष रमेश चौहान की बेटी जयंती चौहान संभालेंगी। जयंती वर्तमान में कंपनी की वाइस चेयरपर्सन हैं और पिछले कई वर्षों से कंपनी के कारोबार में शामिल हैं। साथ ही वह बिसलेरी के वेदिका ब्रांड के विस्तार पर काम कर रही हैं।
रमेश चौहान ने बताया कि जयंती मुख्य कार्यकारी एंजेलो जॉर्ज की अध्यक्षता वाली एक टीम के साथ काम करेंगी और वह कारोबार को बेचने के हक में नहीं हैं। पिछले साल नवंबर में बिसलेरी इंटरनेशनल ने टीसीपीएल के साथ कंपनी की बहुलांश हिस्सेदारी 6,000-7,000 करोड़ रुपये में बेचने के लिए बातचीत की थी। कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि कंपनी यह बताना चाहती है कि उसने संभावित सौदे के संबंध में बिसलेरी के साथ बातचीत बंद कर दी है और यह पुष्टि करना चाहती है कि कंपनी ने इस मामले में कोई निश्चित समझौता या बाध्यकारी प्रतिबद्धता नहीं जताई है।
बिसलेरी मूल रूप से फेलिस बिसलेरी द्वारा स्थापित एक इतालवी कंपनी थी। इसने 1965 में पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर ब्रांड के साथ मुंबई में प्रवेश किया। बाजार की जानकारी के अनुसार, चार साल बाद रमेश चौहान और उनके भाइयों ने चार लाख रुपये में फर्म का अधिग्रहण किया। वर्तमान में, भारत और पड़ोसी देशों में इसके 122 से अधिक परिचालन संयंत्र और 4,500 वितरक हैं।
बिसलेरी की वित्त वर्ष 2022-23 (वित्त वर्ष 2023) में बिक्री 2,500 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 200 करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है। वित्त वर्ष 2022 में टीसीपीएल की परिचालन आय 12,425 करोड़ रुपये रही थी। अगर यह सौदा हो जाता तो टीसीपीएल भारतीय एफएमसीजी स्पेस में सबसे बड़ी कंपनी बन जाती। इस क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी डील अप्रैल 2020 में हुई थी, जब हिंदुस्तान यूनिलीवर ने जीएसके से हॉर्लिक्स का 3,045 करोड़ रुपये में अधिग्रहण किया था।
(शेयर मंथन, 20 मार्च 2023)
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