
दवा बनाने वाली नामी कंपनी सिप्ला ने चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी के मुनाफे में 45 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 362 करोड़ रुपये से बढ़कर 526 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी के पीछे घरेलू बाजार के अमेरिकी बाजारों में जबर्दस्त बिक्री रही है।
वहीं कंपनी की आय में 9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कंपनी की आय 5,260 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,739 करोड़ रुपये हो गई है। जहां तक पूरे साल के दौरान मुनाफे का सवाल है तो वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने 2802 करोड़ मुनाफा कमाया है, वहीं वित्त वर्ष 2022 में 2517 करोड़ रुपये मुनाफा कमाया था। वहीं आय 2022 के 21,763 करोड़ रुपये के मुकाबले 22,753 करोड़ रुपये दर्ज की गई है। वहीं कंपनी का कामकाजी मुनाफा यानी EBITDA पहली बार 5000 करोड़ रुपये के पार चला गया है। सिप्ला के प्रबंध निदेशक और वैश्विक कारोबार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग वोहरा ने कहा कि कोरोना के बाद कंपनी की वृद्धि दहाई अंकों में हो रही है। इसमें ब्रांडेड प्रेस्क्रिप्शन के अलावा एक्यूट और क्रोनिक थेरैपी में बढ़ोतरी बरकरार रहने से ऐसा संभव हो सका है। कंपनी का फोकस अमेरिकी कारोबार के लिए पोर्टफोलियो को मजबूत करना है और इसी का नतीजा है कि इस बार कंपनी की आय तिमाही आधार पर 20.4 करोड़ डॉलर रही है वही वित्त वर्ष 2023 के लिए आय 73.3 करोड़ डॉलर तक पहुंच गई है। कंपनी ने 8.50 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है।
(शेयर मंथन 14 मई,2023)
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