देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए हैं। बैंक के मुनाफे में पहली तिमाही में 1% की मामूली बढ़त देखने को मिली है। मुनाफा 16884.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 17,035 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं तिमाही आधार पर मुनाफा 17.7% गिरा है। वहीं ब्याज से शुद्ध आय यानी एनआईआई में 5.7% की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
एनआईआई 38,905 करोड़ रुपये से बढ़कर 41,125 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक का प्रोविजन सालाना आधार पर 2501 करोड़ रुपये से बढ़कर 3449.4 करोड़ रुपये हो गया है, वहीं तिमाही आधार पर प्रोविजन 1609 करोड़ रुपये से बढ़कर 3449.4 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। घरेलू शुद्ध ब्याज मार्जिन सालाना आधार पर 3.47% से घटकर 3.35% हो गया है। स्लिपेज रेश्यो 0.43% से बढ़कर 0.84% हो गया है। तिमाही आधार पर नए एनपीए 3897 करोड़ रुपये से बढ़कर 7903 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक का सकल एनपीए यानी ग्रॉस एनपीए 2.24% से घटकर तिमाही आधार पर 2.21% के स्तर पर आ गया है। सकल एनपीए 84,276.33 करोड़ रुपये से घटकर 84,226.04 करोड़ रुपये पर आ गया है। वहीं नेट एनपीए 0.57% के स्तर पर बिना बदलाव के बराबर है। वहीं शुद्ध एनपीए 21,051.08 करोड़ रुपये से बढ़कर 21,554.69 करोड़ रुपये रहा है। बैंक का रिटर्न ऑन एसेट्स 1.36% से घटकर 1.10% रहा है। डेट टू इक्विटी रेश्यो 0.87% से घटकर 0.68% दर्ज हुआ है। बैंक का पीसीआर 74.41% रहा है। क्रेडिट कॉस्ट पहली तिमाही में 0.48% रहा है। बैंक का जमा 8.18% बढ़कर 49.02 लाख करोड़ रुपये रहा है। तिमाही आधार पर जमा में 0.29% की गिरावट देखने को मिली है। कासा (CASA) रेश्यो में गिरावट देखने को मिली है और यह 41.11% से घटकर 40.70% रहा है। बैंक के बोर्ड ने बॉन्ड्स के जरिए 25,000 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दी है।
(शेयर मंथन, 3 अगस्त 2024)
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