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GAIL Q2 Financial Result: सितंबर तिमाही में कम हुआ गेल का शुद्ध लाभ, सरकारी गैस कंपनी की आय भी घटी

सरकारी गैस पारेषण-वितरण कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आय और लाभ के मोर्चे पर हल्का झटका लगा है। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान कंपनी के शुद्ध लाभ और कमायी दोनों में थोड़ी गिरावट आयी है।

सरकारी गैस कंपनी ने मंगलवार (05 नवंबर) को दूसरी तिमाही का वित्तीय परिणाम जारी किया। कंपनी ने बताया कि दूसरी तिमाही के दौरान उसकी परिचालन से आय 33,931 करोड़ रुपये रही। एक तिमाही पहले यानी अप्रैल से जून 2024 के तीन महीनों के दौरान कंपनी को परिचालन से 33,692 करोड़ रुपये की आय हुई थी। इस तरह तिमाही दर तिमाही आधार पर कंपनी की आय 2.26% कम हुई। आलोच्य अवधि के दौरान कंपनी का लाभ भी कम हुआ।

गेल का कर-पूर्व लाभ (PBT) पहली तिमाही के 3,642 करोड़ रुपये के मुकाबले मामूली 0.52% कम होकर 3,453 करोड़ रुपये पर आ गया। इसी तरह कर-बाद लाभ (PAT) पहली तिमाही के 2,724 करोड़ रुपये से 0.20% कम होकर दूसरी तिमाही में 2,672 करोड़ रुपये रहा।

चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही के आँकड़े देखें तो गेल का प्रदर्शन शानदार रहा है। इस दौरान गेल को परिचालन से हुई आय का आँकड़ा 66,622 करोड़ रुपये रहा। यह किसी भी छमाही में गेल की सबसे अधिक कमायी है। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले यह करीब 4% अधिक है। पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनी को परिचालन से 64,050 करोड़ रुपये की आय हुई थी।

इसी तरह आलोच्य अवधि में सरकारी कंपनी का कर-पूर्व लाभ साल भर पहले की तुलना में 5,019 करोड़ रुपये से 41.36% बढ़कर 7,095 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। वहीं कर-पश्चात लाभ भी साल भर पहले के 3,817 करोड़ रुपये से 41.36% बढ़कर 5,396 करोड़ रुपये हो गया। यह किसी छमाही के दौरान गेल का सबसे ज्यादा कर-पूर्व व कर बाद लाभ है।

कंपनी के अनुसार, दूसरी तिमाही के दौरान उसने प्रतिदिन 130.63 मिलियन मीट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (MMSCMD) प्राकृतिक गैस का पारेषण किया, जबकि गैस के विपणन का आँकड़ा इस दौरान 96.60 मिलियन मीट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर प्रतिदिन रहा। इस दौरान तरल हाइड्रोकार्बन (LHC) की बिक्री का आँकड़ा 253 हजार मीट्रिक टन (TMT) का रहा। वहीं पॉलीमर के मामले में 226 हजार मीट्रिक टन की बिक्री हुई।

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी को पेट्रोरसायन कारोबार से काफी मदद मिली। इस श्रेणी में कंपनी का कर-पूर्व लाभ 157 करोड़ रुपये पर पहुँच गया, जबकि पहली तिमाही में 42 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ गया था। गेल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में पेट्रोरसायन कारोबार से अच्छा लाभ होने की उम्मीद है।

समग्र आधार पर देखें तो चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में गेल की आय 68,803 करोड़ रुपये पर पहुँच गयी। यह साल भर पहले की समान अवधि में हुए 65,898 करोड़ रुपये के आय की तुलना में 4.41% ज्यादा है। इसी तरह पहली छमाही के दौरान समग्र आधार पर गेल का कर-पूर्व लाभ एक साल पहले के 5,421 करोड़ रुपये से 39.88% बढ़कर 7,583 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। आलोच्य अवधि में कंपनी का कर-बाद लाभ साल भर पहले के 4,236 करोड़ रुपये से 27.97% बढ़कर 5,876 करोड़ रुपये हो गया।

गेल ने बताया कि उसने सितंबर तिमाही के दौरान 1,885 करोड़ रुपये का पूँजीगत व्यय किया। यह व्यय मुख्य रूप से पाइपलाइन और पेट्रोरसायन आदि पर हुआ। इस तरह पहली छमाही में उसके कुल पूँजीगत व्यय का आँकड़ा 3,544 करोड़ रुपये पर पहुँच गया।

(शेयर मंथन, 06 नवंबर 2024)

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