जीरे के स्टॉक सीमित होनें और स्थानीय मंडियों में कम आवक के कारण जीरे की हाजिर कीमतों को मदद मिल रही है।
स्थानीय मंडियों में लगभग 10-12 लाख बोरी जीरा उपलब्ध होनें का अनुमान है जबकि मार्च तक कुल 14-15 लाख बोरी जारे की आवश्यकता होगी। जीरे के लिए एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज का अनुमान है कि डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने के कारण जीरा वायदा सितंबर की कीमतों को 15200 रुपये के स्तर पर थोड़ा समर्थन मिल सकता है।
ऊंझा में जीरे की हाजिर कीमतें फिलहाल 16050 रुपये है और पिछला बंद भाव 16021.50 रुपये रहा है। ( शेयर मंथन 17 अगस्त 2015)
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