कारोबारी गतिविधियों में आयी गिरावट की वजह से बने दबाव के कारण बुधवार को भी जीरे की कीमतों में गिरावट का सिलसिला देखने को मिला।
चूंकि अवकाश के बाद अब मंडियाँ खुल गयी है इसलिए घटते स्टॉक के बीच माँग में बढ़ोतरी होने से बाजार धारणा को थोड़ा समर्थन मिलने का अनुमान है।
इसके अलावा आगामी त्यौहारी सीजन में जीरे की घरेलू माँग और निर्यात माँग में तेजी देखने को मिल सकती है। जिस कारण मध्यम अवधि के दौरान जीरे की कीमतों को समर्थन मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है। जीरे के लिए रेलिगेयर का अनुमान है कि जीरे के निर्यात में सुधार आने की संभावना को देखते हुए बाजार धारणा को समर्थन मिलने की उम्मीद है।
एनसीडीईएक्स में अक्टूबर वायदा के लिए इसका कल का बंद भाव 16,140 रुपये था। रेलिगेयर के मुताबिक आज इसे 15,960 और फिर 15,860 पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। आज इसके लिए 16,260 रुपये और 16,340 रुपये पर बाधा है। (शेयर मंथन, 10 सितंबर 2015)
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