शेयर मंथन में खोजें

गेहूं और चने में नरमी का रुझान - एसएमसी

कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों के तेजी रुझान के साथ 945-950 के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।

महाराष्ट्र के कुल उत्पादन क्षेत्र में 42.06 लाख हेक्टेयर के 20% क्षेत्र में किसानों की फसल की क्वालिटी गुलाबी कीटों के प्रकोप से बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इस कारण पिछले सीजन की तुलना में उत्पादन क्षेत्र में 104.4% की बढ़ोतरी के बावजूद उत्पादकता में 10% कमी होने की संभावना आशंका है। और कुल उत्पादन 372 किलो ग्राम प्रति हेक्टर के अनुमान की तुलना में केवल 336 किलो ग्राम हेक्टेयर रह जाने की आशंका हैं। इस प्रकार कुल उत्पादन कमोवेश पिछले वर्ष के बराबर लगभग 83 लाख बेल ही रहने जाने का अनुमान है। चना वायदा (दिसंबर) कीमतों में 4,700-4,650 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। चने की बुआई क्षेत्र में बढ़ोतरी के कारण कीमतों में नरमी का रुझान बाधित हुआ है। कृषि मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार 22 नवम्बर तक देश भर मे चने की कुल बुआई पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 16% बढ़कर 7.3 मिलियन हेक्टेयर में हुई है। मिट्टी में कम नमी को देखते हुए किसान गेहूँ के बजाय चना का अधिक खेती कर रहे है। गेहूँ वायदा दिसम्बर की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 1,640-1,630 रुपये के स्तर पर लुढ़कने की संभावना है। सरकारी गोदामों में पर्याप्त कैरीओवर स्टॉक है और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि मार्च 2018 तक देश में 0.5-0.6 मिलियन आयात किया जा सकता है। इसके साथ ही कारोबारी अत्यंत सतर्क हैं और बुआई की प्रगति पर पैनी नजर रखे हुए है। मौजूदा रबी सीजन मे अभी तक गेहूँ की बुआई में 20% की तेजी गिरावट दर्ज की जा रही है। सरकार ने नवंबर में खुले बाजार में 2,30,750 टन गेहूँ की बिक्री की हैं। (शेयर मंथन, 30 नवंबर 2017)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन : डाउनलोड करें

बाजार सर्वेक्षण (जनवरी 2023)

Flipkart

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"