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भारतीय निर्यातकों के साथ अमेरिकी उपभोक्ताओं पर बोझ से कम नहीं रेसिप्रोकल टैरिफ : जीजेईपीसी

भारत के रत्न एवं आभूषण उद्योग ने अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर पारस्परिक टैरिफ को भारतीय निर्यातकों के साथ ही अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए भी बोझ बताया है। भारत के जेम ऐंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) ने वक्तव्य जारी कर ट्रंप प्रशासन से दोनों देशों के बीच व्यापारिक साझेदारी की भावना को कायम रखने की अपील की। 

ट्रंप की नयी शुल्क नीति से भूचाल, सबसे ज्यादा इन क्षेत्रों में महसूस होगा असर

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की ताजा शुल्क नीति ने वैश्विक बाजार में भूचाल ला दिया है। ट्रंप ने पारस्परिक शुल्क (रेसिप्रोकल टैरिफ) की अपनी नीति का ऐलान भारतीय समय के अनुसार दो अप्रैल को देर रात किया। ऐलान के बाद गुरुवार को शेयर बाजार पर इसका व्यापक असर महसूस किया गया।

संपत्ति के पंजीकरण में किन लोगों को नहीं बनाया जा सकता गवाह, जानें क्या है नियम

प्रॉपर्टी खरीदना बहुत संवेदनशील और कठिन प्रक्रिया है, जिसमें कानूनी नियमों का पालन करना जरूरी होता है। देश में रोजाना हजारों करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी की खरीद और बिक्री होती है। प्रॉपर्टी खरीदने के इच्छुक लोग सीधे मालिक या फिर डीलर के जरिये प्रॉपर्टी को चुनने के बाद खरीद-बिक्री की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ते हैं। इसको लेकर सरकार ने कई तरह के नियम और कानून बनाये हैं, जिनको समझना जरूरी होता है।

नये ऑर्डर के दम पर मार्च में विनिर्माण पीएमआई 8 महीने के शिखर पर पहुँची : एचएसबीसी की रिपोर्ट

भारत में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि 8 महीनों की रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँच गई है। एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स के आँकड़े बताते हैं कि देश में विनिर्माण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। मार्च में विनिर्माण पीएमआई 8 महीनों की ऊँचाई के साथ 58.1 पर पहुँच गई है, जबकि बाजार को 57.6 पर रहने की अनुमान था।

10 साल तक जियो से फीस लेना भूली रही बीएसएनएल, सीएजी की रिपोर्ट से खुला करोड़ों के नुकसान का मामला

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल की एक चूक से सरकार को करोड़ों रुपये का घाटा होने का खुलासा हुआ है। दरअसल, बीएसएनएल ने रिलायंस जियो के साथ एक परियोजना में टावर साझा किया था, मगर वो इसका शुल्क वसूलना भूल गयी। 

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