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आईटी शेयरों में निवेशकों को आगे क्या करना चाहिए? कब मिलेंगे निवेश के अवसर?

आईटी सेक्टर में इस समय निवेशकों को “वेट एंड वॉच” की स्थिति अपनानी चाहिए। इंफोसिस और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियां भी मौजूदा हालात में तुरंत इस गिरावट के साइकल से बाहर नहीं निकल पाएंगी। जब भी सेक्टर में समस्याएं शुरू होती हैं, तो उन्हें स्थिर होने में समय लगता है। आईटी शेयरों में निवेशकों को आगे क्या करना चाहिए? जानें बाजार विश्लेषक का क्या कहना है?

कहां जाएगी सोने की कीमत? विश्लेषक से जानें निवेश के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

सोने और शेयर बाजार की तुलना अक्सर की जाती है। शेयर बाजार में हजारों कंपनियां और हजार से अधिक अवसर मौजूद होते हैं, जबकि सोना सिर्फ एक ही एसेट क्लास है और उसमें भी एक ही रूप – बुलियन। इसमें कोई अलग-अलग कंपनियों जैसा विकल्प नहीं होता। इसलिए इसे पोर्टफोलियो का केवल एक हिस्सा मानना चाहिए। सामान्यतः 5 से 8 प्रतिशत तक सोने को अपने निवेश पोर्टफोलियो में शामिल करना ठीक रहता है। जानें विश्लेषक से सोने में निवेश करने का सही समय? 

एस्कॉर्ट्स कुबोटा के शेयरों का भविष्य, निवेशकों को क्या करना चाहिए?

एस्कॉर्ट्स कुबोटा के जून तिमाही के नतीजे थोड़े कमजोर रहे। इस तिमाही में कंपनी की बिक्री घटी और ग्रोथ भी नकारात्मक रही। इसी वजह से इस समय शेयर का दाम (वैल्यूएशन) थोड़ा महंगा लग रहा है।हालांकि,सितंबर तिमाही में कंपनी की कमाई और बिक्री में सुधार की उम्मीद है, जिससे शेयर को सहारा (Support) मिल सकता है। जानें Escorts Kubota के शेयर पर एक्सपर्ट की राय.

सोना और चांदी: तकनीकी स्तर और भू-राजनीतिक असर

सोने की कीमतों में फिलहाल 50-डे मूविंग एवरेज अहम भूमिका निभा रहा है। जब तक यह फ्लैट स्ट्रक्चर नहीं टूटता, तब तक बड़ा बदलाव देखने की संभावना कम है। बाजार की चाल पर भू-राजनीतिक तनाव का भी असर पड़ता है। अगर हालात शांतिपूर्ण रहते हैं तो सोने में तेजी सीमित रहेगी, लेकिन अगर तनाव बढ़ता है तो सोना निवेशकों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन सकता है। जानें इसपर एक्सपर्ट की राय

पहली तिमाही के नतीजों के बाद IRCTC के शेयर की चाल - जानें एक्सपर्ट की राय

हाल ही में IRCTC का रिजल्ट आया है। नतीजों को देखते हुए साफ दिखाई दे रहा है कि मुनाफे में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। पिछली बार 3.40 करोड़ का प्रॉफिट था, जबकि इस बार 3.30 करोड़ पर आ गया है। यानी मुनाफे में गिरावट आई है। मार्जिन में सुधार की संभावना जरूर है, लेकिन ग्रोथ की गति धीमी है, जो लंबे समय के लिए अच्छा संकेत नहीं है। इसके बावजूद शेयर का वैल्यूएशन 40-45 गुना तक जा चुका है, जो कि बहुत महंगा माना जाएगा। इतने ऊंचे वैल्यूएशन पर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। अब सवाल यह है कि इस समय निवेशकों को क्या करना चाहिए? जानें बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार का क्या कहना है?

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