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खतरे के संकेत तो पहले ही दे रहा था शेयर बाजार

राजीव रंजन झा : बुधवार 19 जून को फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों के बाद दुनिया भर के वित्तीय बाजारों में आयी सूनामी के पहले ही भारतीय बाजार खतरे के संकेत देने लगा था।
सोमवार 17 जून की सुबह ही मैंने निफ्टी के लिए लिखा था कि “ 5752 अगले सहारे का काम करेगा, लेकिन उसके नीचे जाना बाजार में कमजोरी गहराने का संकेत होगा।” इसी तरह सेंसेक्स के लिए मैंने लिखा था कि “ 18999 यानी मोटे तौर पर 19000 का मनोवैज्ञानिक स्तर प्रमुख सहारा होगा। लेकिन इसके नीचे दोबारा जाने पर बाजार की चाल को लेकर चिंता होगी। ” सोमवार को आरबीआई की समीक्षा बैठक में बाजार को मिली निराशा के बाद भी निफ्टी 5752 का सहारा नहीं तोड़ा और 5770 से वापस सँभला। लेकिन गुरुवार को जब निफ्टी 5752 से नीचे टूटा तो एक झटके में 5646 तक गिर गया। सेंसेक्स ने भी सोमवार 17 जून को 19000 का स्तर नहीं तोड़ा। यह इसके नीचे गुरुवार की सुबह गया और उसके बाद एक झटके में उसी दिन 18,687 तक टूट गया। दरअसल गुरुवार की इस तीखी मार से एक दिन पहले भी मैंने सचेत किया था कि निफ्टी “5750 के नीचे जाने पर बाजार में फिर से घबराहट दिखने लगेगी।”
बुधवार 19 जून को राग बाजारी का शीर्षक भी आपको बता रहा था कि सेंसेक्स-निफ्टी 200 एसएमए के नीचे अटके तो बढ़ेगा खतरा। दरअसल मंगलवार को बाजार एक वापस उछाल की उम्मीद के बावजूद अपने अगले स्वाभाविक लक्ष्य की ओर नहीं बढ़ पाया था। इसलिए मैंने 19 जून की सुबह यह जिक्र किया था कि “निफ्टी 5477-6229 की 50% वापसी के ऊपर टिक नहीं पा रहा है। इसलिए अब नजर इस बात पर होगी कि यह इस संरचना में 61.8% वापसी के स्तर 5765 का कितना सम्मान रखता है।”
बाजार की चाल देख कर मैंने उसी दिन सेंसेक्स-निफ्टी के लिए खतरे का निशान कुछ और ऊपर रख दिया था। मैंने लिखा था कि “अगर यह 19,162 से नीचे फिसलता नजर आया तो बीते चार सत्रों में जो वापस उछाल नजर आयी थी, वह खतरे में पड़ जायेगी।” वहीं निफ्टी के लिए मैंने कहा था कि अगर यह 5814 से नीचे फिसलने लगा तो इसे कमजोरी का संकेत मानना होगा।
तो क्या अब वाकई निफ्टी अप्रैल की तलहटी को छूने की ओर बढ़ रहा है? शुक्रवार 21 जून की सुबह भी मैंने यही लिखा था कि “अभी 5600-5650 के दायरे में कुछ सहारा भले ही मिल जाये और एक छोटी वापस उछाल भले ही आ जाये, लेकिन आने वाले समय में यह करीब 5400 की ओर जा सकता है।” इस संभावना के मुताबिक ही शुक्रवार को 5600-5650 के बीच सहारा मिला और यह 5617 से पलटा। लेकिन अभी बाजार में किसी भी उछाल पर भरोसा करना मुश्किल है। ऐसी कोई उछाल 5750-5800 तक जाते-जाते दम तोड़ सकती है, उससे पहले ही निपट जाये तो कोई आश्चर्य नहीं। इसी तरह सेंसेक्स को 19000-19150 के दायरे में काफी बाधा झेलनी पड़ेगी। जब तक सेंसेक्स और निफ्टी 200 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज के ऊपर लौट कर मजबूती के संकेत न दें, तब तक बाजार की हर उछाल बिकवाली के मौके की तरह होगी। लेकिन आने वाले दिनों में अगर निफ्टी 5400-5500 के दायरे तक फिसलने के बाद वापस सँभलने का कोई संकेत दे तो उस संकेत को बहुत तवज्जो देना चाहिए। उन स्तरों से होने वाली वापसी में दम होगा। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 22 जून 2013)

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