शेयर मंथन में खोजें

बाजार है जोश में, पर निफ्टी (Nifty) के लिए 5920 पर है बाधा

राजीव रंजन झा : बीते तीन दिनों की तेजी में सेंसेक्स (Sensex) ने 1000 अंक से ज्यादा की उछाल दर्ज कर ली है। 
अगर निफ्टी (Nifty) की पिछले हफ्ते 24 जून को बनी तलहटी 5566 से कल सोमवार के ऊपरी स्तर 5904 तक की उछाल देखें तो यह 338 अंक या 6.07% की बढ़त दर्ज कर चुका है। ऐसे में शेयर बाजार में इस समय एक बार फिर गरमाहट नजर आने लगी है और बहुत-से विश्लेषक उत्साह के साथ नये ऊपरी स्तरों की चर्चाएँ करने लगे हैं। उनका ऐसा करना स्वाभाविक भी है, क्योंकि बीते तीन दिनों की उछाल ने कई महत्वपूर्ण बाधाओं को तोड़ दिया है और तमाम तकनीकी संकेतक नकारात्मक रुझान से पलट कर सकारात्मक रुझान बताने लगे हैं।
करीब दो हफ्ते पहले जो बाधा स्तर नजर आ रहे थे, निफ्टी ने उन्हें बीते तीन दिनों की तेजी में बड़े आराम से पार कर लिया है।  मैंने 22 जून को लिखा था कि "अभी बाजार में किसी भी उछाल पर भरोसा करना मुश्किल है। ऐसी कोई उछाल 5750-5800 तक जाते-जाते दम तोड़ सकती है।" लेकिन पिछले गुरुवार 27 जून से शुरू होने वाली उछाल इन बाधाओं से ज्यादा दमदार रही।
फिर भी मुझे लगता है कि अभी उत्साह में आने के बदले कुछ सावधानी बरतना बेहतर होगा। अभी निफ्टी के सामने 50 दिनों के सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) की बाधा बाकी है, जो अभी 5920 पर है। कल मैंने लिखा था कि “सेंसेक्स 19500 और निफ्टी 5900 के ऊपर जाकर टिके सकें, तभी जून के अंतिम हफ्ते में दिखी उछाल ज्यादा आगे बढ़ सकेगी।” कल सेंसेक्स तो 19500 के ऊपर बंद होने में सफल रहा, लेकिन निफ्टी 5900 के ठीक नीचे 5898 पर बंद हुआ है। बेशक कल इसने 5904 का ऊपरी स्तर बनाया, लेकिन अभी 50 एसएमए की परीक्षा पार करना बाकी है।
अगर यह मोटे तौर पर 5900-5920 के आसपास अटकने लगे तो मौजूदा उछाल के जारी रहने पर शक बढ़ेगा। वैसी हालत में 5800-5825 के दायरे में इसे सहारा मिलता है या नहीं, इस पर नजर रखने की जरूरत होगी। वहीं 5900-5920 की बाधा पार होने पर यह 5970-6000 की ओर बढ़ सकता है। दरअसल मई के शिखर 6229 से 5566 की ताजा तलहटी तक की गिरावट की 50% वापसी 5898 पार होने के बाद 61.8% वापसी का अगला पड़ाव 5976 पर होगा। इसीलिए मुझे लगता है कि अगर निफ्टी 5970-6000 पार करे, तभी इसके लिए आगे शायद 6100-6150 तक की सार्थक बढ़त का रास्ता खुलेगा।
यहाँ सावधानी बरतने की जरूरत इसलिए भी है कि कल विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की खरीदारी एक बार फिर थमती नजर आयी। कल सोमवार को उन्होंने महज 1.47 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। बेशक उनकी यह बिकवाली नगण्य है, लेकिन इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार की उछाल में एफआईआई की खरीदारी लौटने का बड़ा योगदान था। अगर एफआईआई खरीदारी फिर से सूखने लगी तो बाजार की उछाल भी सूख सकती है। लिहाजा इनके आँकड़ों पर भी खास नजर रखें। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 02 जुलाई 2013)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन : डाउनलोड करें

बाजार सर्वेक्षण (जनवरी 2023)

Flipkart

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"